देश पर पूँजीपतियों का कब्ज़ा
प्रदीप कुमार नायक .स्वतंत्र लेखक एवं पत्रकार
आज देश के सम्मुख न अन्न संकट हैं, न धन संकट हैं, न रक्षा साधनों की कमी हैं, न शक्ति बुद्धि की कमी हैं ।भारत का दुर्भाग्य बस इतना हैं,कि यहाँ चरित्र संकट हैं ।भारत में बढ़ती आर्थिक असमानता और सम्पति के केंद्रीकरण का एक और बड़ा सबूत सामने आया हैं ।पिछले 13 साल से हर साल देश के सबसे अमीर लोगों की सूची बनाने वाली कंपनी हुरुन इंडिया ने बताया हैं कि भारत की आधी जी डी पी के बराबर सम्पति देश के सिर्फ 1,687 लोगों के पास हैं । हुरुन इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इन 1,687 लोगों के कुल सम्पति 167 लाख करोड़ हैं । इन लोगों में सबसे अमीर रिलायंस समूह के मुकेश अंबानी हैं, जिनकी संपत्ति 9.55 लाख करोड़ रुपए हैं ।
हुरुन इंडिया की भारत के सबसे अमीर हस्तियों की सूची में गौतम अडानी और उनका परिवार 8.151 लाख करोड़ रूपये की कुल संपत्ति के साथ दूसरे नम्बर पर हैं । एक अक्टूबर को हुरुन इंडिया ने सबसे अमीर लोगों की 2025 की सूची जारी की इस बार सूची में 1,687 लोगों को शामिल किया गया। इन सभी अमीरों की कुल संपत्ति 167 लाख करोड़ रुपए हैं, जो भारत की जी डी पी का लगभग आधा हैं ।इसके अलावा भी इस सूची में कई और चीजों को शामिल किया गया हैं ।
इस सूची में बताया गया हैं कि देश अरबपतियों की कुल संख्या अब साढ़े तीन के पार हो गई हैं, जो 13 साल पहले यह सूची शुरु होने के बाद से छह गुना बढ़ी हैं । पिछले ग्यारह साल से केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार हैं । बहरहाल, इस बार हुरुन इंडिया की सूची में जिन 1,687 व्यक्तियों को शामिल किया गया हैं, उनमें से सबकी संपत्ति एक हजार करोड़ रुपए से अधिक हैं ।इस सूची में मुंबई से सबसे अधिक 541 लोग शामिल हैं ।इसके बाद दिल्ली से 223 और बेंगलुरु से 116 लोग शामिल हैं ।सूची में 101 महिलाऐं भी हैं ।
हुरुन इंडिया की 2025 की अमीरों की सूची में सबसे कम उम्र के 22 साल के केवल्य वोहरा हैं, जो जेप्टो का को फाउंडर हैं ।ये अपने पार्टनर 23 साल के आदित पालिचा के साथ 5.9 अरब डॉलर को क्विक कामर्स स्टार्टअप चलाते हैं, जो लिस्ट में दूसरे सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं ।वॉलीवुड अभिनेता शाहरुख़ खान 12,490 करोड़ रुपए के साथ पहली बार अरबपतियों के सूची में शामिल हुए हैं । यह दिलचस्प हैं कि पे टी एम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा फिर से अरबपति बन गए हैं ।उनकी कुल संपत्ति 15,930 करोड़ रुपए बताई गई हैं । परप्लेक्सीटी ए आई के संस्थापक अरविन्द श्रीनिवास 21,190 करोड़ की कुल संपत्ति के साथ सबसे कम उम्र के अरबपति हैं ।
देश में एक हजार छह सौ 87 पूंजीपतियों ने देश की आधी संपत्ति पर कब्ज़ा जमा लिया हैं l ये सारे पूँजीपति मोदी के करीबी माने जाते हैं । मोदी अपने इन पूंजीपतियों को देश की जमीन, जल, जंगल, पहाड़ सब कौडियों के भाव दे रहें हैं । पिछले 13 साल में भारत में अरबपतियों की संख्या में छह गुना वृद्धि हुई हैं अमीर और अमीर होता जा रहा हैं ।गरीब और गरीब होता जा रहा हैं ।
देश में आठ करोड़ लोगों को राशन देना पड़ रहा हैं । देश की 83 प्रतिशत आबादी की दैनिक आय एक सौ 71 रुपए से कम हैं । सात करोड़ से ज्यादा लोग आज भी 62 रुपए से कम में ज़िन्दगी काट रहें हैं । भारत के एक प्रतिशत अमीर लोगों के पास कुल संपत्ति का चालीस प्रतिशत से अधिक संपत्ति हैं ।सबसे अधिक भुखमरी भारत में रोजाना 20 करोड़ लोग हर दिन भूखे सोते हैं । देश के 80 करोड़ लोग पांच किलो राशन पर जीवन गुजार रहें हैं l देश में चालीस करोड़ युवा बेरोजगार हैं ।
जिस देश की आम जनता 20 से 30 रूपया प्रतिदिन पर जीने को विवश हैं । उस देश के राजनीतिक पार्टियां, राजनेता हेलिकाँप्टर और कारो में सरकारी खजाना का चौतरफ़ा लूट कर सपरिवार एवं सगे सम्बन्धियों सहित दौलत के सुख सागर में आनंद का गोता लगाते हुए पीढ़ी दर पीढ़ी के लिए दौलत संग्रह कर रहे हैं,तथा मित्रों को मदद कर रहे हैं । यहाँ तक कि करोड़ों -अरबों रूपया विदेशों में छिपा कर रखें हैं, कहाँ जाता हैं कि लोकतान्त्रिक व्यवस्था जनता के लिए, जनता के द्वारा, जनता का शासन होता हैं । परन्तु, सरकार या राजनेता के पास जवाब हैं कि जनता भूखे क्यों सो रही हैं ।

