नेपाल भारत वर्ल्ड डेवलपमेंट फोरम का दूसरा कार्यकाल
प्रदीप कुमार नायक ,स्वतंत्र लेखक एवं पत्रकार
नेपाल और भारत मिलकर चले, विश्व सारा आगे बढ़े” मूल नारा के साथ नेपाल और भारत दोनों देशों के जनताओं के हक – अधिकार व मान सम्मान की रक्षा के लिए लगातार संघर्षरत एक मात्र संगठन नेपाल-भारत वर्ल्ड डेवलपमेंट फोरम का दूसरा कार्यकाल की बैठक नेपाल की राजधानी काठमांडू के भृकुटि मंडप स्थित नेपाल पर्यटन बोर्ड के सभागार में 20सितंबर 2025 को बड़ी ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ केन्द्रीय अध्यक्ष मधुरेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में संपन्न हुई । इसकी जानकारी फोरम के अध्यक्ष ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज के माध्यम से सार्वजनिक की,और मुझे फोन करके भी इसकी जानकारी दी ।
मधुरेंद्र चौधरी ने बताया कि संगठन का कार्यकाल पांच वर्षों का था, जो पूरा हो चुका हैं ।वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए संस्था की गतिविधियों को और अधिक प्रभावी तथा तेज बनाने के उद्देश्य से दूसरी बार केन्द्रीय समिति का गठन किया गया हैं ।उनका कहना हैं कि देश का विकास युवा पीढ़ी के बिना संभव नहीं हैं ।फोरम इस दिशा में अपनी भूमिका मजबूती से निभाएगा ।
केन्द्रीय अध्यक्ष – मधुरेंद्र चौधरी ( लगातार दूसरा कार्यकाल, नेपाल-भारत सम्बन्धों और विकास क्षेत्र में 10 वर्षों से सक्रिय )
उपाध्यक्ष – विमला भट्टराई ( पहली कार्यकाल में महासचिव रहीं, नेपाल-भारत सम्बन्धों पर लगातार कार्यरत )
महासचिव – योग नारायण साह ( पहले सरलाही जिला अध्यक्ष रहें )
केन्द्रीय सचिव – भोगेन्द्र साह (जनकपुर महानगर के पूर्व पदाधिकारी एवं प्रसिद्ध मोटेवेशनल स्पीकर भी हैं )
उप सचिव – शर्मीला गौतम ( सक्रिय समाजसेवी )
कोषाध्यक्ष – रीता कुमारी साह ( सक्रिय समाजसेवी, अभियंता )
सुरेंद्र कुमार जोशी – ( केंद्रीय सलाहकार, सक्रिय समाजसेवी )
शिव गोयल- पूर्ण संरक्षक, सक्रिय समाजसेवी )
गिरिधारी ढकाल – ( केन्द्रीय प्रमुख सलाहकार, नेपाल सरकार के पूर्व प्रशासनिक सेवा निदेशक एवं समाजसेवी )
राजीनन्द चौधरी – ( केन्द्रीय सलाहकार एवं समाजसेवी )
जय नारायण राय यादव – केन्द्रीय सलाहकार एवं समाजसेवी )
नवगठित सभी पदाधिकारियों ने घोषणा की हैं कि आने वाले पांच वर्षों में संस्था नेपाल – भारत सम्बन्धों की ओर गहरा और प्रगाड़ करने, युवाओं को संगठित करने और सामाजिक विकास के लिए ठोस कदम उठाने की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाएगी ।
अपने मंचसीय भाषण के क्रम में नेपाल के मधेशवादी एवं प्रखर हिन्दीवादी नेता रमन पाण्डेय ने कहां कि नेपाल-भारत का संबंध रामायण काल से ही चलते आ रही है।दोनों देशों के बीच रोटी-बेटी का संबंध हैं।भले ही राजनीति रूप से नेपाल और भारत दो राष्ट्र हैं।लेकिन संस्कृतिक तौर पर दोनों एक राष्ट्र हैं।भारत और नेपाल के बीच संबंध और प्रगाड़ हो,इसके लिए नेपाल -भारत वर्ल्ड डेवलपमेंट फोरम अत्यधिक अच्छी भूमिका निभा सकती हैं।भारत के साथ व्यापारिक नुक्सान न्यूनीकरण में भी फोरम महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
उन्होंने कहां कि हम भारत और नेपाल के बीच संबंधों को और अधिक उचाईयों तक पहुचाना चाहते हैं।भारत के साथ व्यापार में हो रहे नुकसान को कम करने का प्रयास जारी हैं।
स्वतंत्र लेखक एवं पत्रकारिता क्षेत्र से जुड़े प्रदीप कुमार नायक का कहना हैं कि नेपाल और भारत के बीच का संबंध बहु आयामिक होना चाहिए ।भारत और नेपाल के साथ समूचा विश्व को हम शांति के मार्ग में लें जाना चाहते हैं l
उन्होंने कहाँ कि दोनों देशों का संघीय मैत्री पूर्ण रहे हैं।31 जुलाई 1950 को काठमांडू में हस्तलिखित की गई एक अंतराष्ट्रीय संधि हैं।जिसके अंतर्गत दोनों देशों के सम्बन्ध निर्धारित किये गए हैं।लेकिन बीच-बीच मे दोनों देशों के संबंधों में संधि के पुनरावलोकन के सवाल पर खटास भी उत्पन्न होते रहे हैं।बदलते समय के प्रवाह में इसे पुनरावलोकन व संसोधन करना भी दोनों देशों के हित मे होगा।
सत्य का मार्ग भले ही कठिन होता हैं, लेकिन जीवन में सत्य ही लोगों पर विजय प्राप्त करता हैं।जो व्यक्ति समाज व देश सेवा में अपना मूल्यवान समय दे रहा हैं, उन लोगों को तन,मन और धन से सहयोग देकर समाज व देश के अच्छे कार्यो को आगे बढ़ाना चाहिए।