मंत्री अशोक चौधरी की पत्नी नीता केशकर चौधरी के नाम पर 2007 में पंजाब नैशनल बैंक से 3 करोड़ का लोन लिया था अपनी कम्पनी वैशाली ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड लेकिन बिना जमा के माफ
पटना /मंत्री अशोक चौधरी जी पत्नी नीता केशकर चौधरी के नाम पर 2007 में पंजाब नैशनल बैंक से 3 करोड़ का लोन लिया था अपनी कम्पनी वैशाली ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर लेकिन 2011 तक इस लोन का एक भी रुपया वापस नहीं किया गया तो बैंक ने केस किया, Debt Recovery Tribunal ने अशोक चौधरी की पत्नी को दोषी माना, लेकिन जब केस के तार लम्बे नज़र आते हैं तो फिर मामला CBI को दे दिया जाता है।
अशोक चौधरी की पत्नी ये बहाना करके कि उनके छोटे छोटे बच्चे हैं जो दिल्ली में पढ़ाई करते हैं इसलिए उन्हें कोर्ट में पेश नहीं होने की छूट दिया जाय और उनका सारा सुनवाई उनका वकील करे ये आग्रह करते रहते हैं लेकिन पहले Debt Recovery Tribunal और फिर CBI कोर्ट अशोक चौधरी की पत्नी के इस आग्रह को रेजेक्ट करते रहते हैं। लेकिन फिर बिहार की राजनीति में पलटासन शुरू होता है। 2013 में नीतीश कुमार पलटी मारते हैं और NDA छोड़कर कांग्रेस के मदद से सरकार बना लेते हैं।
गौर कीजिएगा कि ये 2013 ही साल है जब अशोक चौधरी बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बन चुके थे और नीतीश कुमार को बिना कोई शर्त बिना कोई मंत्रिपद लिए समर्थन दे देते हैं और बदले में अशोक चौधरी को मिलता है पत्नी कि रिहाई। 2014 में अशोक चौधरी की पत्नी नीता केशकर चौधरी पटना हाई कोर्ट में फिर से अपील करती है कि चुकी उनके बच्चे छोटे हैं और वो दिल्ली में रहती है और बार बार पटना नहीं आ सकती है इसलिए उन्हें कोर्ट में पेश नहीं होने की छूट दिया जाता है।
अशोक चौधरी की पत्नी के जिस आग्रह को Debt Recovery Tribunal और CBI का कोर्ट रेजेक्ट कर चुकी थी पटना हाई कोर्ट न सिर्फ़ कोर्ट में पेश नहीं होने की छूट देती है बल्कि 2016 आते आते अशोक चौधरी को इस केस से बाइज़्ज़त बारी कर देती है। हालाँकि वो लोन वापस नहीं करने का केस आज भी चल रहा है और उस केस में नीता केशकर चौधरी के दो अन्य director आज भी जेल में हैं और उन्हें बेल तक नहीं मिल रहा हैं। आगे और देखें…