मंत्री जीवेश मिश्रा के द्वारा पत्रकार सहनी की पिटाई औ उन्हें मां- बहन की गालियां दिया जाना, जंगल राज है कि नहीं ? प्रधानमंत्री जी जवाब दें : तेजस्वी प्रसाद यादव
पटना /नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने अपने आवास एक पोलो रोड में संवाददाता सम्मेलन में बिहार सरकार के शहरी विकास मंत्री जीवेश मिश्रा के करतूतों का वीडियो साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए कहा कि जाले विधानसभा के सिंघवारा में पत्रकार, जो सहनी समाज से आते हैं को मंत्री के द्वारा की गई मारपीट और उन्हें भद्दी भद्दी मां बहन की गालियां दिया जाना बिहार में जंगल राज होने का स्पष्ट प्रमाण है। इन्होंने कहा कि पत्रकार का कसूर सिर्फ इतना ही था कि उन्होंने पूछा कि 10 सालों में आपने मंत्री रहते हुए किस तरह का विकास का कार्य किया है, की सड़कें भी सही नहीं है। जाले विधानसभा क्षेत्र के हालात पर उन्होंने सवाल किया, लेकिन उनकी बातें सुनते ही मंत्री जीवेश मिश्रा भड़क उठे और पत्रकार को बुरी तरह से मारा पीटा और उन्हें भद्दी भद्दी मां बहन की गालियां दी गई ,और उनके वीडियो कैमरा को छीन लिया गया।
श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि क्या 2005 के पहले पत्रकारों के साथ ऐसा होता था। बिहार में सरकार के लोगों ने अराजकता का माहौल बना रखा है। और आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार आ रहे हैं, तो उन्हें यह बताना चाहिए की भाजपा के मंत्री के द्वारा पत्रकार सहनी जी के साथ मार पीट और उनकी मां -बहन की गाली पर वह चुप क्यों है? क्या पत्रकार की मां -बहन का कोई सम्मान नहीं है। बेकसुर पत्रकार को इंसाफ कब मिलेगा मंत्री को सजा कब मिलेगी? और बिहार में जंगल राज है कि नहीं यह भी प्रधानमंत्री जी बताएं।
इन्होंने आगे कहा कि क्या बिहार में कानून दो तरह के हैं मंत्री के लिए अलग और आम लोगों के अलग। आखिर क्या कारण है कि पत्रकार के साथ मारपीट और भद्दी भद्दी गालियों पर भी सिंघवारा थाना मंत्री जीवेश मिश्रा पर एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है। और इस मामले को रफा दफा करने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है,और किस दबाव में एफआईआर नहीं लिया जा रहा है। डबल इंजन सरकार को बताना चाहिए। इस तरह के मामले से यह स्पष्ट होता है कि बिहार में किस तरह का शासन चल रहा है। बिहार में व्यवस्था की हालात यह है कि घूस लेते जाओ पकड़े नहीं जाएंगे। हत्या करते जाओ पकड़े नहीं जाएंगे। मां- बहन की गालियां देते जाओ पकड़े नहीं जाएंगे । और कल तक जो प्रधानमंत्री की मां के नाम पर बिहार बंद किये थे, उन्हें बताना चाहिए की मंत्री के द्वारा पत्रकार को मां -बहन की गाली दिए जाने पर वह अब खामोश क्यों हैं? इस मामले पर बिहार के पत्रकारों को भी सवाल करना चाहिए और पूछना चाहिए कि क्या इसी तरह से सरकार काम करेगी।
जब पत्रकार के साथ ऐसा बर्ताव हो रहा है तो बिहार में आम जनों के साथ कैसा बर्ताव होता होगा इससे ही समझा जा सकता है ।
इन्होंने आगे कहा कि बिहार में सरकार के द्वारा भ्रष्टाचार और अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है, अपराधी अब विजय और सम्राट हो गए हैं। यह शर्म की बात है, पत्रकार को गाली दी जा रही है और सरकार के लोग चुप हैं। इस मुद्दे पर सभी पत्रकारों को मंत्री की बर्खास्तगी की मांग के साथ उन पर एफआईआर दर्ज करवाने के लिए दबाव बनाना चाहिए।
श्री तेजस्वी ने आगे कहा कि इस घटना की जानकारी के लिए स्वयं आज दरभंगा सिंधवारा जा रहे हैं और वहां पर पीड़ित पत्रकार सहनी जी से मिलकर सिंघवारा थाने से एफआईआर दर्ज करवाने के लिए थाना भी जाएंगे और वह थाना पहुंच गए। बिहार में सरकार के स्तर से जिस तरह से मंत्री को बचाया जा रहा है, ये कहीं से उचित नहीं है ।
इन्होंने आगे कहा कि बिहार में पुलिस सिलेक्टिव कार्रवाई करती है लोकतंत्र में जनता और पत्रकार को सवाल पूछने का अधिकार है ,लेकिन मंत्री से जब सवाल पूछा जाएगा तो लोगों को पीटेंगे और उन्हें भद्दी भद्दी गालियां भी दी जाएगी। और पत्रकार का कैमरा छीना जाएगा।जीवेश मिश्रा जैसे लोग बिहार और समाज के लिए कलंक है जो मंत्री बने हुए हैं जबकि इन पर नकली दवा बनाने के मामले में राजस्थान कोर्ट से सजा भी मिली हुई है। फिर भी मंत्री बने हुए हैं।
श्री तेजस्वी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री जी के टीम के साथ ऐसे ही लोग हैं जिनमें प्रज्वल रेवन्ना, बृजभूषण शरण सिंह और जीवेश मिश्रा जैसे लोग हैं जो प्रधानमंत्री की टीम के सदस्य हैं ,तो इससे समझा जा सकता है कि आमलोग कैसे सुरक्षित रहेंगे। आखिर किसके कहने पर सरकार में ऐसे लोग बने हुए हैं जो अपनी घिनौनी हरकतों से बिहार को कलंकित कर रहे हैं ये दुर्भाग्य की बात है ।
इन्होंने प्रधानमंत्री जी से पूछा है कि आप बताएं कि पत्रकार सहनी जी को कब इंसाफ मिलेगा। कब उनकी मां -बहन को गाली देने वाले उनके साथ मार -पिटाई करने वाले मंत्री पर कार्रवाई होगी। जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी ऐसे लोगों को संरक्षित करती है ,उसे क्या कहेंगे।
प्रधानमंत्री जी क्या यह जंगल राज नहीं है तो क्या है। हमारी सरकार होती तो ब्रेकिंग न्यूज़ चलता और प्रधानमंत्री जी बिहार में इस बात का रोना रोते की मंत्री के हाथों पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है। इन्होंने कहा कि पत्रकार की मां बहन की गाली के लिए दरभंगा और बिहार बंद कब होगा। इसे स्पष्ट बताया जाए यह बिहार की जनता जानना चाहती है। जिस तरह से सरकार चलाने वाले लोग पत्रकार और आम अवाम की पिटाई कर रहे हैं इससे स्पष्ट होता है कि बिहार में महाजंगल राज की स्थिति है और सरकार में बैठे हुए लोग ऐसी स्थिति पैदा कर रहे हैं।
इन्होंनेर पत्रकार सहनी जी से मिलकर और उनके मामले में एफआईआर दर्ज हो इसके लिए वो सिंघवारा थाना पहुंच गए हैं । और न्याय दिलाने के लिए सरकार को बाध्य करेंगे। बिहार की जनता ऐसे लोगों को जल्द ही सबक सिखाएगी ,क्योंकि बिहार में सरकार के स्तर से सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है।
इस अवसर पर संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी, राज्यसभा सांसद श्री संजय यादव, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री अरविंद सहनी, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद और मृत्युंजय तिवारी भी उपस्थित थे ।