निर्वाचन कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील है, इसे पूरी गंभीरता और जवाबदेही के साथ संपन्न करे : D M
मधुबनी/आगामी बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारी के तहत नगर भवन, मधुबनी में जिले के सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों के सेक्टर पदाधिकारियों के लिए एक दिवसीय गहन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया।
प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने कहा कि “निर्वाचन कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील है, इसे पूरी गंभीरता और जवाबदेही के साथ संपन्न करना होगा।” उन्होंने सभी सेक्टर पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे प्रशिक्षण के दौरान हर छोटे-बड़े बिंदु को गहराई से समझें और भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का ध्यानपूर्वक अध्ययन करें।
डीएम ने स्पष्ट कहा कि प्रत्येक सेक्टर पदाधिकारी को चुनाव से पहले सभी आवश्यक जानकारियों का पूर्ण ज्ञान होना चाहिए –
चुनाव आयोग की सभी गाइडलाइन
ईवीएम एवं वीवीपैट से संबंधित विस्तृत जानकारी
मतदान केंद्र तक पहुँच मार्ग की जानकारी
उन्होंने कहा कि अधिकांश समस्याओं का समाधान सेक्टर स्तर पर ही हो जाए, इसके लिए हर सेक्टर को सतर्क और सक्षम होना आवश्यक है।
प्रशिक्षण के प्रमुख बिंदु एवं निर्देश
1. मतदान केंद्रों का निरीक्षण और AMF सुविधा सुनिश्चित करना:
प्रशिक्षण कोषांग द्वारा सभी सेक्टर पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने मतदान केंद्रों का भौतिक निरीक्षण करें और AMF (Assured Minimum Facility) से संबंधित सभी सुविधाओं को 100% सुनिश्चित करें।
2. वलनरेबल वोटरों की पहचान:
सेक्टर पदाधिकारियों को कहा गया कि वे अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमण करते रहें और कमजोर (वलनरेबल) वोटरों की समय पर पहचान करें।
3. मतदान दिवस से पहले की तैयारी :
उन्हें मतदान तिथि से पूर्व तथा मतदान तिथि को निर्वहन किए जाने वाले सभी कर्तव्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
4. ईवीएम एवं तकनीकी प्रशिक्षण:
EVM और VVPAT से संबंधित तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी गई, ताकि मतदान दिवस पर किसी भी गड़बड़ी को मौके पर ही ठीक किया जा सके।
5. C-Vigil ऐप का प्रशिक्षण:
जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी एवं आईटी प्रबंधक ने C-Vigil ऐप के महत्व एवं उपयोगिता पर पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।
6. हस्तपुस्तिका का वितरण:
सभी सेक्टर पदाधिकारियों को उनके कर्तव्यों एवं दायित्वों से संबंधित विस्तृत हस्तपुस्तिका प्रदान की गई।
7. प्रतिवेदन की अनिवार्यता:
मतदान केंद्र के भौतिक सत्यापन के उपरांत सेक्टर पदाधिकारी को अपना प्रतिवेदन निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को समय पर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया।
इस प्रशिक्षण में जिले के सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों के कुल 415 ( 31 – हरलाखी: 36 सेक्टर, 32 – बेनीपट्टी: 37 सेक्टर, 33 – खजौली: 37 सेक्टर, 34 – बाबूबरही: 41 सेक्टर, 35 – बिस्फी: 39 सेक्टर, 36 – मधुबनी: 42 सेक्टर, 37 – राजनगर: 43 सेक्टर, 38 – झंझारपुर: 53 सेक्टर, 39 – फुलपरास: 46 सेक्टर, 40 – लौकाही: 41 सेक्टर ) सेक्टर पदाधिकारी उपस्थित थे ।
डीएम का संदेश – “सेक्टर पदाधिकारी निर्वाचन प्रक्रिया की रीढ़”
सेक्टर पदाधिकारी निर्वाचन प्रक्रिया की रीढ़ होते हैं। यदि वे सतर्क और सक्षम रहेंगे, तो मतदान दिवस पर किसी भी प्रकार की कठिनाई उत्पन्न नहीं होगी। प्रशिक्षण से जो सीखा है, उसे जमीनी स्तर पर लागू करें और अधिकतम समस्याओं का समाधान सेक्टर स्तर पर ही करें।
उक्त अवसर पर डीडीसी सुमन प्रसाद साह,एडीएम आपदा संतोष कुमार,एसडीओ सदर चंदन झा,डीपीआरओ परिमल कुमार,उप निर्वाचन पदाधिकारी प्रशांत शेखर सहित कई अधिकारी एवं सभी सेक्टर पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।