बिहार

SCERT में दो दिवसीय कार्यशाला प्रारंभ: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोड़

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न्यूज डेस्क 

पटना /राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT), बिहार के सभागार में आज से दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला की शुरुआत हुई, जिसमें जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (DPO) सम्मिलित हुए। इस कार्यशाला का उद्देश्य राज्य में गुणवत्तापूर्ण, समावेशी और क्रियाशील शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाना है।

इस अवसर पर माननीय शिक्षा मंत्री श्री सुनील कुमार, अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, सचिव श्री अजय कुमार यादव, सचिव श्री दिनेश कुमार, और निदेशक, प्राथमिक शिक्षा श्रीमती सहिला सहित कई वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।

कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में शिक्षा मंत्री श्री सुनील कुमार ने कहा कि, “SCERT की भूमिका शिक्षा सुधार में लगातार प्रभावशाली होती जा रही है। ज़िलों में शिक्षा के क्रियान्वयन में पारदर्शिता, नियमित शिक्षक प्रशिक्षण और गुणवत्ता पर विशेष बल आवश्यक है।” उन्होंने कहा कि शिक्षा बजट में वृद्धि के साथ राज्य सरकार की प्राथमिकता स्पष्ट है — अब ज़रूरत है कि विद्यालय स्तर तक बदलाव दिखे। उन्होंने DEOs को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे विद्यालयों की नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें और शिक्षा को समाज की आकांक्षाओं से जोड़ें।

अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने अपने संबोधन में कहा कि, “बीते एक वर्ष में राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है, लेकिन हमें और आगे बढ़ना है। समर वेकेशन के बाद जब विद्यालय दोबारा खुलें, तब विद्यालय तैयार हों — यह हम सबकी ज़िम्मेदारी है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि शिक्षा केवल पाठ्य पुस्तकों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए — हमें Applied Knowledge, यानी व्यवहारिक ज्ञान, को समृद्ध करना होगा।

IMG 20250619 WA0020 SCERT में दो दिवसीय कार्यशाला प्रारंभ: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोड़डॉ. सिद्धार्थ ने सभी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे बच्चों के सीखने के स्तर को समझें, डेटा का सक्रिय उपयोग करें, और योजनाओं को ज़मीनी स्तर तक प्रभावी ढंग से लागू करें।

कार्यशाला में नई शिक्षा नीति 2020, शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009, बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान, समग्र शिक्षा, PM श्री स्कूल, वोकेशनल एजुकेशन, अटल टिंकरिंग लैब, DBT एवं MDM की कार्यान्वयन रणनीति जैसे विषयों पर चर्चा की गई ।

निदेशक, प्राथमिक शिक्षा द्वारा कार्यशाला के अंत में सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।

यह कार्यशाला शिक्षा व्यवस्था को एकीकृत दृष्टिकोण से देखने और नीतियों को जिलों तक प्रभावी ढंग से पहुंचाने का प्रयास है, जिससे हर विद्यार्थी तक गुणवत्ता युक्त शिक्षा सुनिश्चित की जा सके।