(Bihar Halchal News पर खबर चलने पर बिजली विभाग ने तुरंत की करवाई) भारतीय सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी के जमीन से हट गया बिजली पोल, 50 हजार रुपये माँगने वाले दलाल को नहीं मिली फूटी कौड़ी भी…
न्यूज डेस्क
मधुबनी जिला के जयनगर अनुमंडल कार्यालय से पश्चिम बस रहे नए मुहल्ले में भारतीय सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी सूर्यनाथ यादव के निजी जमीन में अवैध रूप से पैसा उगाही की नीयत से दलालों और असामाजिक तत्वों द्वारा जो बिजली पोल लगवा दिया गया था, उसका समाधान हो गया है। उक्त निजी जमीन से बिजली पोल हटा दिया गया है। अपने निजी जमीन पर बाउंड्रीवाल के भीतर दलालों द्वारा बिजली पोल लगवा दिये जाने से परेशान रहे भारतीय सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी सूर्यनाथ यादव ने राहत की साँस ली है और उनकी समस्या समाधान के लिए आवाज उठाने हेतु मीडिया को धन्यवाद किया है।
मामला यह था कि सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी सूर्यनाथ यादव ने बड़े अरमानों से अपना घर बनाने हेतु जमीन खरीदकर उसका घेराबंदी करवा दिया और पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में इलाज के लिए रहने लगे। इसी दौरान बिजली विभाग से जुड़े पोल लगाने वाले ठेकेदारों के साथ मिलकर मुहल्ले के ही दलाल ने उनके जमीन में गेट तोड़कर और घेराबंदी वाले क्षेत्र के भीतर जबर्दस्ती पोल लगवा दिया, हालांकि ठेकेदार जमीन के घेराबंदी के गेट तोड़कर वहाँ पोल लगाने से सहमत नहीं था लेकिन असामाजिक तत्वों और दलालों के प्रेशर पर पूर्व सेना अधिकारी के निजी जमीन पर पोल गाड़ दिया जबकि वहाँ सड़क किनारे पर्याप्त सरकारी जगह था जहाँ पोल लगाया जा सकता था। पूर्व सैनिक के निजी जमीन में घेराबंदी के भीतर बिजली पोल लगाने का दलाल का उद्देश्य अवैध वसूली करना था। पोल गाड़े जाने के बाद दलाल हमेशा पूर्व सेना अधिकारी को कहता था कि 50 हजार रुपये दीजिये, पोल हटवा देते हैं। जब पूर्व सेना अधिकारी सूर्यनाथ यादव ने उक्त दलाल को 50 हजार रुपये देने से मना कर दिया तो दलाल संदेश भिजवाने लगा कि बिना पैसे का पोल नहीं हटने देंगे। दलाल ने इसे झूठी प्रतिष्ठा और दलालों वाली शान का विषय बना लिया। सितम्बर 2023 में निजी जमीन पर पोल गाड़े जाने से परेशान और कार्यालयों का चक्कर लगाकर थक चुके सेना अधिकारी ने अप्रैल 2025 में मीडिया के समक्ष अपनी बात रखी और मामला उछलने तथा बिजली विभाग की बदनामी के बाद उनकी समस्या का समाधान कर दिया गया है। दलाल ने मीडिया को प्रभावित करने का प्रयास किया लेकिन निर्भीक पत्रकारों ने उनकी समस्या को उजागर कर उन्हें समस्या निराकरण में सहयोगी बने।
जिस बिजली पोल को जबर्दस्ती सेना अधिकारी के निजी जमीन में गड़वा देने और उसे हटाने के एवज में 50,000₹ फिरौती वसूलने का लक्ष्य बनाए दलाल को जब कुछ नहीं मिला और पोल भी हट गया है तबसे दलाल सदमे में है और उसे फूटी कौड़ी नहीं मिल पाया है। जिस बिजली पोल को वह प्रतिष्ठा का विषय बना चुका था, उससे उसे न तो दलाली में फूटी कौड़ी मिली और झूठा दम्भ भी चकनाचूर हो गया। सूर्यनाथ यादव ने बताया कि जब उनके निजी जमीन में अवैध रूप से लगे बिजली पोल को हटाया जा रहा था तो 50 हजार रुपये की फिरौती माँगने वाले दलाल को लग रहा था कि पोल हटाने के लिए जेसीबी जमीन की बजाय दलाल की छाती पर चल रहा था।
अपनी समस्या का समाधान होने के बाद भारतीय सेना के सेवानिवृत्त अधिकारी और बिहार सरकार के सेवानिवृत्त वायरलेस अधिकारी सूर्यनाथ यादव ने उनकी आवाज उठाने वाले निर्भीक और सत्य को मजबूत करने वाले पत्रकारों और मीडिया संस्थानों का धन्यवाद किया है और बताया कि साहसी पत्रकारों की पत्रकारिता और रिपोर्ट के सहारे ही उन्होंने दलाल के गुरूर, घमण्ड को तोड़ दिया है और अब वह दलाल मुहल्ले में इस विषय पर किसी से बात नहीं करता है और मुँह छुपाकर बनाकर निकल जाता है, कतराता रहता है।