देश के दुश्मनों से डटकर लड़े लेकिन अपने ही देश के भीतर सरकारी कार्यालयों के चक्कर और दलालों से परेशान हैं पूर्व वायुसेना अधिकारी…
मधुबनी/जयनगर प्रखंड में कहावत है कि दुश्मनों से लड़ने का साहस तो आप कर लेंगे लेकिन नीच की नीचता का सामना कैसे करेंगे? कुछ इसी तरह की आपबीती है सेवानिवृत्त वायुसेना अधिकारी सूर्यनाथ यादव की; उन्होंने भारत के शत्रुओं से तो डटकर सामना किये लेकिन अपने ही देश के सरकारी विभागों के कर्मियों और दलालों की उदासीनता, अकर्मण्यता और नीचता से परेशान हैं। जब-जब भारत राष्ट्र के विरुद्ध कोई दुश्मन दुस्साहस करने का सोचा भी ऐसे शत्रुओं के विरुद्ध तो वे जान की बाजी लगाकर सर्वस्व न्यौछावर कर लड़ने को उत्सुक रहे और सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने सोचा कि अब चैन से अपने घर में बुढ़ापे गुजरेंगे लेकिन देश के दीमकों ने उन्हें इतना परेशान किया कि उन्हें अपनी परेशानी मीडिया में और आमलोगों के बीच सार्वजनिक करना पड़ रहा है।
मामला दरअसल यह है कि सेवानिवृत्त वायुसेना अधिकारी सूर्यनाथ यादव अपने गाँव कमलाबाड़ी के नजदीकी शहर जयनगर में जमीन लेकर घर बनाकर रहने का अरमान पाले और मधुबनी जिला के जयनगर में अनुमंडल कार्यालय से पश्चिम आबाद हो रहे नए मुहल्ले में कुछ गज का प्लॉट लेकर घेराबंदी करवाकर अपने पुत्र जो स्वयं सरकारी सेवा में हैं उनके पास रह रहे थे और बड़े अरमान से घर बनाने का सपना लेकर जयनगर आए लेकिन वे पिछले 06 महीने से घर बनाने की बजाय सरकारी कार्यालयों के चक्कर और नीच प्रवृत्ति के दलालों से परेशान हैं। वैसे वे केवल 06 महीने से ही चक्कर नहीं काट रहे हैं बल्कि डेढ़ वर्ष पूर्व सितम्बर 2023 में पोल गाड़े जाने के बाद ही पहली बार आवेदन दिये थे लेकिन घर बनाने की आवश्यकता होने पर पिछले कुछ महीने से वे हमेशा सरकारी कार्यालय दौड़ रहे हैं लेकिन उनकी समस्या सुनने वाला और समाधान करने वाला कोई नहीं दिख रहा है।
उनकी अनुपस्थिति में बिजली विभाग के कर्मियों ने उनके घेरे हुए जमीन का दरवाजा तोड़कर निजी जमीन के भीतर बिजली का पोल गाड़ दिया था जबकि फोटो और वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि सड़क किनारे पोल गाड़ने के लिए पर्याप्त जमीन है। उन्हें जब निजी जमीन में पोल गाड़े जाने का पता चला तो वे कुछ दिनों बाद अपने जमीन पर आए और पता लगाया तो पता चला कि बिजली विभाग से जुड़े लोग सड़क किनारे ही पोल गाड़ रहे थे लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों और दलालों ने अपने प्रभाव और दबंग भाषा का प्रयोग करते हुए बिजली विभाग के कर्मियों से उनके निजी जमीन का गेट तुड़वाकर घेरे के भीतर पोल लगवा दिया और अब वही असामाजिक लोग दलालों के माध्यम से पोल हटवाने के नाम पर पूर्व वायुसेना अधिकारी से 50 हजार रुपये की फिरौती माँग रहे हैं।
इस सब घटनाक्रम की जानकारी होने के बाद जब उक्त सेवानिवृत्त अधिकारी को घर बनाने की आवश्यकता हुई तो उन्होंने दिसंबर 2024 में जयनगर विद्युत मण्डल के विद्युत सहायक अभियंता को आवेदन देकर पोल स्थानांतरित करने का आवेदन दिया लेकिन महीनों गुजर जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने अपनी पीड़ा मीडिया के समक्ष मार्च 2025 में साझा की। इस संबंध में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता से पूछा गया तो उन्होंने आवेदन पत्र की माँग की और आवेदन पत्र भेजे जाने पर मार्च तक इंतजार करने को कहा। बिजली विभाग के एसडीओ वरूण कुमार ने भी समस्या समाधान पर हामी भरी लेकिन अप्रैल आने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ।
पूर्व वायुसेना अधिकारी सूर्यनाथ यादव कहते हैं कि मैं बीमार हूँ और पिछले 06 महीने से सरकारी कार्यालय का चक्कर काट रहा हूँ लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। क्या इसी अरमान से देशसेवा किया कि बुढ़ापे में मुझे अपने ही देश के सरकारी विभागों में चक्कर काटते-काटते और दलालों को पैसा देकर अपना जायज काम करवाना पड़ेगा। वे भारतीय वायुसेना के बाद बिहार सरकार के वायरलेस विभाग में बक्सर, औरंगाबाद, भागलपुर इत्यादि जिलों में सेवा कर चुके हैं और आज असामाजिक तत्व और दलाल उन्हें परेशान कर रहे हैं और उनके निजी जमीन में घेराबंदी का गेट तोड़कर पोल गाड़ दिया गया और बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी प्रक्रिया पूरी कर हटा नहीं रहे हैं। एक-दूसरे पर टालने का काम किया जा रहा है। पिछले हफ्ते जब उनके परिजन बिजली विभाग के एसडीओ वरूण कुमार के पास अपनी समस्या लेकर गए तो उन्होंने टालने वाला उत्तर दिया कि पोल गाड़ने का काम निजी एजेंसी को दिया गया है, उससे संपर्क करें। अब उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि बुढ़ापे और अस्वस्थ शरीर के साथ वे कहाँ-कहाँ और किस-किस कार्यालयों का कबतक चक्कर काटते रहें।