बिहार

उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने बजट पेश किया

बिहार हलचल न्यूज ,जन जन की आवाज
Listen to this article

पटना/बिहार विधानसभा में उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने बजट पेश किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार द्बारा अथक प्रयास से तैयार किए गए राज्य के विकास के लिए मजबूत ढांचा के आधार पर नये बिहार के निर्माण के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व की शक्ति एवं दृष्टि है जों हमारे लिए विकसित बिहार की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रेरणा का कार्य करेंगी। उन्होंने कहा कि मोदी जी का दिए गए मंत्र सबका साथ सबका विकास, सबका सबका विशवास और सबका प्रयास बहुत महत्वपूर्ण है देश के नरेन्द्र मोदी सरकार के नेतृत्व में राज्य के विकास के लिए सहयोग कर रही है।

नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य की सरकार ने अपने राजकोषीय संसाधनों के अतिरिक्त केन्द्र सरकार से मिल रहे सहयोग को भी राज्य के विकास के लिए एक सुव्यवस्थित तरीके से उपयोग में लाया गया है उन्होंने कहा कि 2004-05 का बजट 23,885करोड रुपए का था जो 2025-26 में बढ़कर 3,17 लाख करोड़ रुपए हो गया है राज्य सरकार ने अपने वित्तीय प्रबंधन तय मानकों के भीतर रखा है। राज्य सरकार ने बढ़े हुए बजट कि उपयोग राज्य के सर्वांगीण विकास को आगे बढ़ाने में किया है जिससे विभिन्न संकेतक में समय के साथ हुई सुधार में देखा जा रहा सकता है। खासकर आधारभूत संरचना शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य इस दौर में हुएं हैं। राज्य की जनता ने जो विश्वास हम पर जताया है उस विश्वास के माध्यम से हम राज्य को विकास के माध्यम से हम राज्य को विकास के विभिन्न आयामों के नय स्तर पर ले जाने के लिए संकल्पित है
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर राज्य की आर्थिक एवं राजकोषीय नीतियों के बारे में संक्षिप्त रूप से रखा है हमारी सरकार ने वित्तीय समेकन एवं अनुशासित वित्तीय ढांचा को सुदृढ़ करते हुए जहां एक ओर राज्स्व बचत को वर्ष 2024-25 के 1,121,41 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 2025-26 में 8,831,18 करोड़ रुपए किया है वहीं दूसरी ओर राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन द्वारा निर्धारित राजकोषीय घाटा को सकल राज्य घरेलू उत्पाद का3,00 प्रतिशत को निर्धारित सीमा के भीतर रखा है।
वित्तीय वर्ष 2025-26 में बिहार राज्य का आकार 3,16,895,02 करोड़ रुपए अधिक है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के आकार 2,78,725,72 करोड़ रुपए से 38,169,30 करोड़ रुपए अधिक है। वित्तीय वर्ष 20-26 में वार्षिक स्कीम का बजट अनुमान 1,16,750 करोड़ रुपए है जो वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट अनुमान 1,00,000 करोड़ रुपए से 16,750 करोड़ रुपए अधिक है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय का बजट अनुमान 2,00,135,42 करोड़ रुपए है, जों वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट अनुमान 1,78,705,09 करोड़ रुपए से 21,429,33 करोड़ रुपए अधिक है। पूंजीगत व्यय वर्ष 2025-26 में 40,531,84 करोड़ रुपए का पूंजीगत व्यय अनुमानित किया गया है जिससे सम्मान सेवाओं में 5,899,66 करोड़ रुपए समाजिक सेवाओं में 9,369,35 करोड़ रुपए एवं आर्थिक सेवाओं में 25,262,83 करोड़ रुपए की राशि प्रास्ताविक है।ऋण अदायगी वर्ष 2025-26 में 22,819,,87 करोड़ रुपए की राशि ऋण के रूप में वापस की जानी है जिसमें 1,694,96 करोड़ रुपए की राशि केन्द्र सरकार के ऋणी की है एवं 21,124,91 करोड़ रुपए की राशि पूर्व में लिए गए आंतरिक ऋणी से संबंधित है।