मानव अधिकार संगठन भागलपुर द्वारा आजादी बराबरी और सम्मान कार्यक्रम का भव्य आयोजन
भागलपुर/हैप्पी बैंक्वेट हॉल, होटल मेट्रो मिर्ची 0.2, आदमपुर चौक अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर मानव अधिकार संगठन ने “आजादी, बराबरी और सम्मान” नामक एक अभूतपूर्व कार्यक्रम का आयोजन किया। यह आयोजन मानवाधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने और एक न्यायपूर्ण, समान और सम्मानपूर्ण समाज के निर्माण का संकल्प लेने का प्रतीक बन गया।
कार्यक्रम की शुरुआत संगठन के महासचिव श्री अजीत कुमार सिंह ने अपने प्रेरक भाषण में कहा,सच्ची आजादी तभी संभव है जब समानता और सम्मान हर व्यक्ति के अधिकारों का हिस्सा बनें।
आपउन्होंने न्याय को “सतर्क रक्षक” की संज्ञा देते हुए सभी के लिए निष्पक्षता का प्रतीक बताया।
मुख्य मुद्दे और विचार-विमर्श कार्यक्रम में वरिष्ठ सदस्य श्री उदय प्रताप सिंह ने कहा हमारा उद्देश्य एक ऐसी दुनिया का निर्माण करना है, जहां हर व्यक्ति को समान अवसर मिले और भेदभाव का नामोनिशान मिटे।” उन्होंने भेदभाव को समाप्त करने के लिए कानूनी सुधारों और आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया।
विभिन्न वक्ताओं ने अपनी बातों से कार्यक्रम को सार्थक और प्रभावशाली बनाया। प्रमुख मांगों में शामिल थे:
शिक्षा में समावेशिता आर्थिक असमानता को समाप्त करने की नीति निर्माण सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं
कम प्रतिनिधित्व वाले समूहों का सशक्तिकरण असमानता के मूल कारणों का समाधान प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों का सम्मान
कार्यक्रम में समाज सेवा और मानवाधिकार के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को “स्वस्ति सम्मान” से सम्मानित किया गया।
डॉ. चंद्र भूषण सिंह जी, को आयुर्वैदिक चिकित्सा पद्धति को स्थापित करने तथा इसके जुझारूपन के लिए,
श्री पुण्डरीकाक्ष पाठक जी को देव भाषा संस्कृत का विदेशों में प्रचार प्रसार के लिए महन्त (डॉ०) देवनायक दास जी, मुंगेर को गंगा में डूब रहे बच्चों की जिंदगी बचाने के लिए,
श्री भरत कुमार रूंगटा जी, कहलगांव, को अग्नि पीड़ितों की सेवा के लिए,श्री रौशन सिंह राठौड़ जी, बांका को जुझारूपन एवं संवेदनशीलता के लिए,श्री अभिषेक कुमार यादव जी , मुंगेर को प्राचीनतम खेल लगोरी के बढ़ावा देने के लिए ,
श्री मृत्युंजय कुमार जी, रजौन बांका, को गरीब बच्चियों की शादी विवाह कराने के लिए,श्री धनंजय कुमार पासवान जी, जगदीशपुर, भागलपुर को विनम्रता से लोगों को हेलमेट पहनाने के लिएश्री संतोष कुमार श्रीवास्तव जी को सूचना का अधिकार के द्वारा विश्वविद्यालय की त्रुटियों को उजागर करने के लिए।मो० एजाज नसीम जी को गरीब बच्चों को उच्च शिक्षा में आर्थिक सहयोग करने के लिए।सफलता के पीछे समर्पित सहयोगकार्यक्रम का समापन संगठन के सदस्य मो. उस्मान आलम द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। उन्होंने उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया, जिनके समर्थन ने कार्यक्रम को सफल बनाया।
आह्वान और संदेश मानव अधिकार संगठन ने इस कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया कि “आजादी, बराबरी और सम्मान” न केवल एक नारा है, बल्कि एक ऐसा सिद्धांत है, जो हर समाज की आधारशिला बनना चाहिए। यह आयोजन समाज, सरकार और समुदायों को एक साथ काम करने के लिए प्रेरित करता है।
मानवाधिकार संगठन की यह पहल अपने उद्देश्य की दिशा में एक मजबूत कदम है, जो एक उज्जवल और समान समाज की कल्पना को साकार करने के लिए प्रयासरत है। सादर

