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शिक्षकों की हाजिरी में पकड़ी गयी जालस,बिना स्कूल गये ही दर्ज हो रही हाजिरी : मंत्री

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न्यूज डेस्क 

पटना/ राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करने में जालसाजी पकड़ी गयी है। इसमें प्रधानाध्यापकों की मिलीभगत भी उजागर हुई है। ऐसे सभी मामलों की जांच के आदेश संबंधित जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिये गये हैं।

जिन जिलों में शिक्षकों की उपस्थिति में जालसाजी पकड़ी गयी है, उनमें बक्सर, छपरा, अवरल, जहानाबाद, शेखपुरा, नवादा, गया, किशनगंज, पूर्णिया, जुमई, मुंगेर, मधुबनी, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण और दरभंगा शामिल हैं। इन जिलों में जालसाजीपूर्वक शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करने के सैकड़ों मामले सामने आये हैं।

दरअसल, शिक्षकों द्वारा फर्जी तरीके हैं। से एप पर उपस्थिति दर्ज कराने में जालसाजी बरती गयी है

जालसाजी का यह मामला ई-शिक्षाकोष पोर्टल से उजागर हुआ है। ई-शिक्षा कोष पोर्टल की तकनीकी खामियों का फायदा उठाते हुए ऐसे शिक्षक अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे है। इसमें संबंधित विद्यालयों के कर्मचारियों से लेकर प्रधानाध्यापकों तक की मिलीभगत है। विद्यालयों से ज्यादातर फरार रहनेवाले शिक्षकों द्वारा फर्जी उपस्थिति दर्ज करायी जा रही है। ऐसे शिक्षक विद्यालय गये बिना ही अपना फोटो भेजकर अपनी हाजिरी बनवा लेते हैं। इस जालसाजी में उनके सहयोगी शिक्षक कर्मचारी के होते हैं। शिक्षकों द्वारा फोटो व्हाटसएप पर फोटो भेजा जाता है। उसके बाद संबंधित प्रधानाध्यापक मोबाइल स्क्रीन पर फोटो लेकर विद्यालय आइडी से गैरहाजिर शिक्षक की उपस्थिति बना देते हैं।

आपको याद दिला दूं कि विद्यालयों में शिक्षकों की शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए गत सितंबर माह में ई-शिक्षा कोष पोर्टल से शिक्षकों की हाजिरी की व्यवस्था लागू की गयी। मोबाइल आधारित इस तकनीक में विद्यालय के पांच सौ मीटर की परिधि में शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज हो पाती है। एप में इंट्री और आउट टाइम में चेहरे की तस्वीर अपलोड करनी होती है। इसी की तकनीकी खामियों का फायदा उठाकर कई शिक्षक बिना स्कूल गए अपनी हाजिरी बना रहे हैं।

ऐसा ही एक मामला नवादा के रजौली बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय का है। विद्यालय की रश्मि रानी नामक शिक्षिका नवंबर में ज्यादातर दिनों में विद्यालय आगमन और प्रस्थान का एक ही फोटो, जो एक ही एंगल की थी, अपलोड करती रहीं। कई दिन तो विद्यालय से प्रस्थान का फोटो भी अपलोड करना उन्होंने मुनासिब नहीं समझा। जब यह मामला उजागर हुआ, तो वहां के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी शिव कुमार वार्मा ने उनसे जबाव-तलब किया। बताया जाता है कि नवादा जिले में ऐसे दर्जनों शिक्षक हैं, जो पोर्टल की तकनीकी कमी का फायदा उठाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। किशनगंज के ठाकुरगंज मध्य विद्यालय के विशिष्ट शिक्षक कमरान, दरभंगा के बालिका उच्च विद्यालय के शिक्षक सतीश झा से जुड़े मामले में भी जालसाजी पकड़ी गयी है। बहरहाल, जांच के बाद जालसाजी में शामिल शिक्षकों तथा इसमें उन्हें सहयोग करने वाले कर्मचारियों एवं प्रधानाध्यापकों पर काररवाई होगी।