बिहार

राजद को ग़र्क करती रोहिणी आचार्य की लिप्सा : आदित्य राज

बिहार हलचल न्यूज ,जन जन की आवाज
Listen to this article

पटना/तेजस्वी यादव चाहे लाख कमियां हो परंतु मुझे रोहणी और तेजस्वी यादव में से किसी एक को चुनना पड़ेगा तो बिना वक्त गंवाए हम तेजस्वी को ही चुनेंगे। मिशा भारती चुनाव लड़ रही है तो उसका योगदान परिवार को संभालने में रहा हैं। लेकिन रोहणी का क्या योगदान है? रोहणी तो इसलिए लालू जी को किडनी नहीं दी थी कि लालू जी उसको पार्टी के अध्यक्ष बना दे और रोहणी टिकट बांटने लगे।

रोहणी किडनी राजद के अध्यक्ष को नहीं दी थी उसने अपने पिता को किडनी दी थी। रोहणी पुत्री होने के धर्म निभाई तो लालू जी ने भी अपने पिता होने के कर्तव्य बख़ूबी निभाए है। रोहणी को सम्पन्न परिवार में शादी करवाएं है। रोहणी के पति और बच्चे सिंगापुर में रहते सेटल्ड है। लालू जी रोहणी को सड़क पर नहीं छोड़ दिए है। मिशा के केश में ऐसा नहीं है मिशा के शादी कोई बड़ा राजनीतिक परिवार या बिसनेजमैन के घर में नहीं हुई है।

मिशा के ससुरालवाले और पति सिंपल है, बाकी बहनों के जैसा बड़ा राजनीतिक परिवार या बिसनेजमैन नहीं है। शायद मीसा की शादी इसलिए भी की गई होगी कि वो परिवार को संभाल सके। क्योंकि लालू जी- रावड़ी देवी राजनीतिक और केश मुकदमे में व्यस्त रहते थे। लोकसभा चुनाव के रोहणी को उम्मीदवार बनाया गया वो चुनाव लड़ी और हार गई उसके तुरंत बाद वो सिंगापुर की फ्लाइट पकड़ ली ये कहते हुए कि मुझे अपने बच्चों से मिले काफी दिन हो गए है सबसे मिलने जा रही हूं।

जब पुनः पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक होने वाली थी तो भागी भागी आई और तेजस्वी को राष्ट्रीय अध्यक्ष नही बनने दी। राहुल, अखिलेश और तेजस्वी का वोटर अधिकार यात्रा होना था तो सारण में शामिल होने आई और फिर भाग गई। फिर विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले आई और अपने पसंदीदा लोगों को इनको टिकट दिलवाना है। जब रोहणी को सक्रिय राजनीति ही करना था वो लोकसभा चुनाव के बाद से बिहार में ही रहती, यहां रहकर पार्टी से जुड़कर मेहनत करती लेकिन ऐसा नहीं कि।

तेजस्वी रोहणी को चप्पल से पीटा तो क्यों पीटा? तेजस्वी की रागनी, चंदा भी बहन है और वो भी बड़ी बहन है आखिर रागनी और चंदा को चप्पल क्यों नहीं पीटा? सवाल तो ये भी बनती है। ये दोनों भी चुनाव प्रचार में आई हुई थी। संजय, शक्ति, रमीज, सुनील ये सब भड़वे है कोई शक नहीं है। 2017 से लेकर 2025 तक तेजस्वी बिहार हर जिला हर विधानसभा क्षेत्र घुमा, मीडिया और लोगों से गाली सुना। आप भी सभी जिला और विधानसभा क्षेत्र घूमिए।

लोगों और मीडिया का गाली सुनिए। फिर विचार किया जाएगा। सोशल मीडिया से सिंपैथी लीजिए लेकिन वोट और सपोर्ट धरातल आने से ही मिलेगी। गांव देहात में कहावत जिस घर में ब्याही बेटी का दखलंदाजी होती वो घर बर्बाद हो जाता है।