डी आर एम ने कहाँ राजनगर रेलवे स्टेशन का होगा उची करण और विकास
प्रदीप कुमार नायक ,स्वतंत्र लेखक एवं पत्रकार
मधुबनी / जयनगर, राजनगर एवं मधुबनी रेलवे स्टेशन के निरिक्षण के क्रम में पूर्व मध्य रेल समस्तीपुर मंडल के रेल प्रबंधक ज्योति प्रकाश मिश्रा, द्वारा स्वछता एवं देख रेख को लेकर बुधवार देर रात्रि इसकी गहन जांच की जांच के क्रम में उन्होंने मधुबनी रेलवे स्टेशन पर समुचित शौचालय व्यवस्था नहीं रहने के कारण जल्द ही वहाँ शौचालय निर्माण की बात कही, उन्होंने कर्मियों को स्वछता को लेकर भी सवाल कई उठाये ।
स्वतंत्र लेखक एवं पत्रकार, प्रदीप कुमार नायक ने पूर्व मध्य रेल प्रबंधक समस्तीपुर मंडल के रेल प्रबंधक ज्योति प्रकाश मिश्रा,से सवाल किया की जयनगर – दरभंगा रेल खंड के राजनगर रेलवे स्टेशन से हजार से ज्यादा यात्री टिकट कटाकर यात्रा करते हैं, इससे रेलवे को प्रतिदिन करीब डेड से दो लाख रूपये की आय होती हैं ।किन्तु पुरे रेलवे परिसर में सिर्फ एक चापाकल है!जहाँ दिनभर पेयजल के लिए यात्रियों की भीड़ लगी रहती है ।
खासकर ट्रेनों के आगमन पर यात्री इस गर्मी में वाटर बोतल लेकर चापाकल पर दौड़ पड़ते है।जबकि जलापूर्ति करीब 25 साल से बन्द है!रेलवे ने उसे चालू करने का कोई प्रयास अभी तक नहीं किया है।रेलवे स्टेशन का टेलीफ़ोन नंबर भी ख़राब पड़ा है!यहाँ टेलीफोन द्वारा सूचना देने की व्यवस्था भी नहीं है।स्टेशन परिसर में न तो प्रयाप्त शेड है न चापाकल।
फलत :यात्रियों को इस गर्मी में काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इस रेल खंड में रेल गाड़ियों की संख्या काफ़ी कम होने के बावजूद यहाँ से रेलवे को अच्छी आय होती है।यह रेलवे नेपाल से सटे होने के कारण और लौकहा, लदनिया, लौकही, बाबूबरही, खुटौना,फूलपरास जैसे क्षेत्रों का एक मात्र रेलवे स्टेशन भी राजनगर ही है।यहां पर एक एस. एस. वी. कैम्प भी है, जो राजनगर स्टेशन से एक किलोमीटर की दूरी पर है।यहां पर सभी महत्वपूर्ण रेल गाड़ियों की ठहराव के लिए कई बार प्रयास किया गया, जो अबतक अधूरा ही है! रेल विभाग के अनदेखी के कारण इस रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का घोर अभाव है।अमान परिवर्तन के क्रम में नयी रेल पटरी बिछाये जाने के बाद प्लेटफार्म की चौडाई और ऊचाई काफ़ी कम हो गई है!जिसके कारण प्लेटफार्म पर यात्रियों को ट्रैन में चढने और उतरने में काफ़ी दिक्क़त होती है।कभी -कभी तो यात्री ट्रैन से गिर कर दुर्घटना के शिकार हो जाते है! ट्रैन के आने के बाद ट्रेन से उतरने वाले तथा चढने वाले यात्रियों के बीच टकराने की नौबत आम बात हो गई है!इस क्रम में कई यात्री ट्रेन पर सवार होने से वंचित हो जाते है।यहाँ का प्रतीक्षालय भवन भी काफ़ी छोटा है जहाँ पंखे की व्यवस्था भी प्रयाप्त नहीं है। इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने आश्वासन देते हुए कहाँ की जल्द ही राजनगर स्टेशन का विकास होगा और उसे ऊंचा किया जायेगा । राजनगर स्टेशन के ऊचाई करण और अन्य समस्याओं को लेकर मुझे एक नम्बर देते हुए उन्होंने उनसे बात करने को कहाँ ।
बताते चले की मंडल रेल प्रबंधक ने मधुबनी स्टेशन सरकुलेटिंग एरिया में महान पर्व छठ के बाद वापस लौटने वाले रेल यात्रियों के लिए बने यात्री प्रतीक्षालय पंडाल के साथ स्टेशन परिसर का निरिक्षण किया ।इसके साथ टिकट काउंटर, रनिंग रूम, स्टेशन की सर -सफाई, अर्ध निर्मित एफ ओ बी, अमृत भारत योजना के तहत भवन निर्माण कार्य स्थल एवं प्लेट फार्म समेत अन्य जगहों का निरिक्षण किया । निरिक्षण के क्रम में बातचीत में उन्होंने कहाँ कि पदभार ग्रहण करने के बाद मधुबनी स्टेशन का यह मेरा पहला निरिक्षण हैं l इस मौके पर उनके साथ सीनियर डी ई एन मार्डिनेशन संजय कुमार,सीनियर डी एम ई दुर्गेश कुमार सिंह, सीनियर डी एम ओ धर्मेंद्र कुमार, सी डब्लू एस आशुतोष कुमार, स्टेशन अधीक्षक राज कुमार राय आर पी एफ प्रभारी गोविन्द सिंह, वाणिज्य प्रबंधक अनिल कुमार, सी टी आई प्रभारी संजय कुमार सिन्हा समेत अन्य लोग मौजूद थे ।

