कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए जारी की पहली लिस्ट: 48 उम्मीदवारों के नाम शामिल
पटना/कांग्रेस पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपनी पहली उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल 48 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। पार्टी ने इस बार अपने केंद्रीय और राज्य नेतृत्व की सिफारिशों के अनुसार टिकट वितरण किया है।
सूची में प्रमुख नामों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम को कुटुंबा से और विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान को कदवा से टिकट दिया गया है। डॉ. शकील अहमद को उनके क्षेत्रीय विकास कार्यों और विधानसभा में सक्रियता के लिए पहले भी देश के सर्वश्रेष्ठ विधायक का सम्मान मिल चुका है।
इस सूची में महिलाओं और अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिनिधित्व पर विशेष ध्यान दिया गया है। कुल 5 महिला उम्मीदवारों में से 4 मुस्लिम समुदाय से हैं, जो पार्टी की सामाजिक समावेशी नीतियों और लैंगिक-सामुदायिक प्रतिनिधित्व को दर्शाता है। यह कदम पार्टी की कोशिशों को उजागर करता है कि चुनाव में विभिन्न वर्गों को अधिकाधिक मौका मिले।
कांग्रेस ने इस बार संगठनात्मक स्थिरता, मौजूदा विधायकों का प्रदर्शन, और जनप्रतिनिधियों की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए टिकट वितरण किया है। हालांकि, कुछ सीटों पर उम्मीदवार चयन में असमंजस की स्थिति रही, और उन पर अंतिम निर्णय केंद्रीय चुनाव समिति की बैठकों में लिया जाएगा।
यह पहली सूची महागठबंधन में सीटों के बंटवारे से पहले जारी की गई है, जिससे पार्टी की चुनावी रणनीति स्पष्ट होती है। इसके जरिए यह संकेत मिलता है कि कांग्रेस अपनी जीत की संभावना को ध्यान में रखते हुए लोकप्रिय और अनुभवी नेताओं को चुनाव मैदान में उतारना चाहती है।
कांग्रेस ने इस लिस्ट के माध्यम से यह संदेश भी दिया है कि पार्टी महिला और अल्पसंख्यक समुदाय के उम्मीदवारों को बढ़ावा देकर समाज में समान प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना चाहती है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह लिस्ट पार्टी की तैयारी और चुनाव में सामरिक बदलाव की दिशा को दिखाती है।
सूची में शामिल उम्मीदवार अब अपने-अपने क्षेत्रों में चुनाव प्रचार शुरू कर देंगे और जनता तक पार्टी की नीतियों, योजनाओं और उम्मीदवारों के कामकाज को पहुँचाने का काम करेंगे।
इस तरह, कांग्रेस की यह पहली लिस्ट बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पार्टी के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है और इसके प्रभाव का चुनाव परिणाम पर व्यापक असर पड़ सकता है।