बिक्रम विधानसभा क्षेत्र में टिकट दावेदारों लेकर गहमा – गहमी
राजकुमार यादव
पटना / पटना जिले के विक्रम विधानसभा क्षेत्र समाजवादियों एवं किसानों की धरती रही हैं। इस विधानसभा क्षेत्र भूमिहार बहुल होने के कारण हर दल भूमिहारों को ही टिकट देता रहा हैं। पिछले दो चुनाव से महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस का कब्जा रहा हैं। उसमें कांग्रेस के विधायक सिद्धार्थ सौरव प्रतिनिधित्व कर रहे हैं लेकिन मंत्री बनने के लालच मे वे एनडीए गठबंधन के साथ चले गए अब वे इस बार भाजपा से भाग्य आजमाने में लगे हुए हैं। विक्रम विधानसभा में इस बार चुनाव काफी रोचक एवं गहमा गहमी वाला होगा क्योंकि दोनों उम्मीदवार एक ही गांव के होने के साथ पार्टी अदली बदली कर लिए हैं। महागठबंधन के विधायक रहे सिद्धार्थ सौरव अब भाजपा के उम्मीदवार होगे वहीं भाजपा के पूर्व विधायक अनील कुमार महागठबंधन के कांग्रेस के भावी उम्मीदवार होगे। ऐसे में अनील कुमार के साथ डॉ अशोक गगन, एवं मंटू शर्मा कांग्रेस के दावेदार बताए जा रहे हैं।
बसपा ने पहले ही रामप्रवेश यादव को उम्मीदवार घोषित कर दिया हैं अब जनसुराज पार्टी से किसी का नाम सामने नहीं आया हैं।
बिक्रम विधानसभा क्षेत्र की जनता बाहरी विधायकों की पीड़ा कई बार से झेल रही हैं और इस पीड़ा से आजादी दिलाने के लिए राजद के कद्दावर नेता ई राघवेन्द्र कुमार ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, प्रदेश अध्यक्ष मंगलीलाल मंडल, प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, डॉ मीसा भारती सहित वरीय नेताओं से मिलकर अवगत करा दिया है। क्योंकि भाजपाके सिद्धार्थ सौरव एवं कांग्रेसके संभावित उम्मीदवार अनील कुमार , डॉ अशोक गगन एवं मंटू शर्मा एक ही गांव के बाहरी उम्मीदवार हैं उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसी भी सूरत में बाहरी नेता मंजूर नहीं हैं।
टिकट किसी को मिले लेकिन स्थानीय को मिले। नहीं तो हर हाल में चुनाव लड़ेगे। वहीं स्थानीय कार्यकर्ताओं का सीधा आरोप हैं कि बाहरी नेता क्षेत्र का प्रतिनिधित्व जरूर किया हैं लेकिन उनके प्राथमिकताओं में विकास पीछे छूट गया हैं यहां के मूलभूत समस्याएं सड़क, रोजगार, शिक्षा एवं कृषि जैसे मुद्दे हमेशा अधूरे रह जाते हैं। जिससे विकास एवं रोजगार कोषों दूर हैं।