बाबा बख्तौर चार धाम का होगा भव्य विकास, देश-विदेश से आएंगे श्रद्धालुगण
बाबा बख्तौर (भुईयां बाबा) के आध्यात्मिक और मानवतावादी सिद्धांतों को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर बाबा बख्तौर एंड लॉर्ड कृष्णा (ISBALK) ने चार प्रमुख स्थलों को “बाबा बख्तौर चार धाम” के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है।
चार धाम स्थल इस प्रकार हैं
1. जनकपुरधाम,नेपाल – देवभूमि के रूप में मान्यता
2. शांतिभूमि, बेरिया वन, राजगीर (बिहार) – साधना और शांति का केंद्र
3. न्यायभूमि, भागलपुर (बिहार)– सामाजिक न्याय का प्रतीक।
4. तपोभूमि, देवघर (झारखंड) – तप, भक्ति और साधना की धरती ISBALK के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार यादव ने बताया कि इन चार धामों को अगले कुछ वर्षों में धार्मिक पर्यटन और साधना के वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
बाबा बख्तौर के पाँच उपदेश
बाबा बख्तौर की विचारधारा पाँचमूल सिद्धांतों पर आधारित है:
शांति, शिक्षा, न्याय, समानता और समृद्धि।
इन मूल्यों को अपनाकर समाज में सम्मान, समरसता और समृद्धि लाई जा सकती है।
विचारधारा को जन-जन तक पहुँचाने का अभियान
बाबा बख्तौर के संदेश को गाँव-गाँव, घर-घर तक पहुँचाने के लिए एक विशेष टोली का गठन किया जा रहा है। यह टोली प्रचार-प्रसार, सेवा कार्य और आध्यात्मिक सभाओं का आयोजन करेगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री यादव ने कहा
बाबा बख्तौर केवल एक नाम नहीं, एक क्रांति हैं जो मानवता को नई दिशा देगा। ISBALK संगठन, बाबा बख्तौर और भगवान श्रीकृष्ण के संयुक्त विचारों के मार्ग पर चलते हुए सामाजिक चेतना का नव निर्माण करेगा।
इस पहल से न केवल धार्मिक पर्यटन को बल मिलेगा, बल्कि सामाजिक एकता और मानव कल्याण के क्षेत्र में भी एक नई शुरुआत होगी।