मुख्यमंत्री ने गयाजी में पितृपक्ष मेला महासंगम-2025 की तैयारियों की समीक्षा की, अधिकारियों को दिये आवश्यक निर्देश ।। 2. प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं के अंतर्गत 899.46 करोड़ रुपये लागत की 10 योजनाओं का किया शिलान्यास ।। 3 . कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कार्यक्रम में संबोधित किया
पटना /मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने गयाजी के विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने फल्गू नदी के किनारे पितृपक्ष मेला महासंगम-2025 की तैयारियों को लेकर घाटों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री गयाजी समाहरणालय पहुंचे और समाहरणालय सभागार में पितृपक्ष मेला महासंगम-2025 की तैयारियों से संबंधित समीक्षा बैठक की।
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पितृपक्ष मेला महासंगम-2025 की तैयारियों को लेकर विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान पितृपक्ष मेला पर आधारित एक लघु फिल्म प्रस्तुत की गई। जिलाधिकारी ने बताया कि इस वर्ष पितृपक्ष मेला महासंगम का आयोजन 06 सितंबर, 2025 से 21 सितंबर, 2025 तक निर्धारित है। सभी महत्वपूर्ण वेदियों एवं घाटों पर श्रद्धालुओं के लिए अच्छी और सभी प्रकार की व्यवस्था की गयी है। कार्य समितियों का गठन कर पदाधिकारियों को बेहतर व्यवस्था के संचालन की जिम्मेवारी दी गयी है। जिलाधिकारी ने पितृपक्ष मेला के दौरान आवासन, साफ-सफाई, जलापूर्ति, स्वच्छता, स्वास्थ्य, विद्युत व्यवस्था, वृद्ध एवं दिव्यांगजन के लिए आवागमन की व्यवस्था, यातायात सुविधा एवं विधि-व्यवस्था को लेकर की जा रही तैयारियों के संबंध में भी जानकारी दी।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पितृपक्ष मेला में देश के कोने-कोने एवं विदेशों से तीर्थयात्री बड़ी संख्या में श्रद्धाभाव से अपने पूर्वजों का पिंडदान और तर्पण करने गयाजी की मोक्षभूमि आते हैं। पितृपक्ष मेले की महत्ता को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर व्यापक एवं बेहतर तैयारी रखें। उन्होंने कहा कि हर वर्ष पितृपक्ष मेला की तैयारियों का जायजा लेने हम यहां आते हैं और यहां आनेवाले श्रद्धालुओं की हर प्रकार की सुविधाएं सुनिश्चित की जाती है।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पितृपक्ष मेला में बड़ी संख्या में लोग श्रद्धा के साथ पहुंचते हैं। यहां साफ-सफाई एवं स्वच्छता का पूरा प्रबंध रखें। घाटों, तालाबों एवं रास्तों की नियमित रूप से सफाई होनी चाहिए। तालाबों की स्वच्छता का विशेष रुप से ख्याल रखें क्योंकि बड़ी संख्या में श्रद्धालु तालाबों में स्नान करते हैं इसलिए पानी की स्वच्छता के साथ-साथ उसकी निकासी भी आवश्यक है। फल्गू नदी में निरंतर जलस्तर संधारण हेतु गयाजी डैम का निर्माण कराया गया है ताकि पिंडदानियों को तर्पण करने में किसी प्रकार की असुविधा न हो। यहां के जल को भी स्वच्छ रखें। असामाजिक तत्वों पर विशेष निगाह रखें। श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा एवं सहूलियत का पुख्ता इंतजाम रखें। उन्होंने कहा कि गयाजी ऐतिहासिक एवं पौराणिक स्थल है। यहां का अतीत गौरवशाली है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु देश के अन्य हिस्सों से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी आते हैं। अब इनकी संख्या और बढ़ेगी,
इसको ध्यान में रखते हुए सारी तैयारी पूर्ण रखें। ऐसी व्यवस्था रखें कि सभी लोग यहां से अच्छा अनुभव लेकर जाएं।
समीक्षा बैठक के दौरान पंडा समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री द्वारा गयाजी के विकास के लिए किए गए कार्यों के लिए धन्यवाद दिया और उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने
गयाजी में गंगाजल को पहुंचाकर अद्भुत कार्य किया है। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर स्वागत किया।
समीक्षा बैठक में जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, गया जिले के प्रभारी मंत्री सह पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ० सुनील कुमार, सहकारिता मंत्री डॉ० प्रेम कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री श्री संजय सरावगी, लघु जल संसाधन मंत्री श्री संतोष कुमार सुमन, विधायक श्रीमती मनोरमा देवी, विधान पार्षद श्रीमती कुमुद वर्मा, विधान पार्षद श्री जीवन कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत, पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार सिंह, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अरविंद कुमार चौधरी, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, ऊर्जा विभाग के सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, गया के जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर, गया के वरीय पुलिस अधीक्षक श्री आनंद कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
2 .प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं के अंतर्गत 899.46 करोड़ रुपये लागत की 10 योजनाओं का किया शिलान्यास
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गया जिला अंतर्गत चाकंद उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम स्थल से प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं से संबंधित 899.46 करोड़ रुपये लागत की 10 योजनाओं का शिलापट्ट अनावरण कर रिमोट के माध्यम से शिलान्यास किया। इसके अंतर्गत 3 करोड़ 61 लाख रुपये की इमामगंज प्रखंड अंतर्गत बारा बांध का जीर्णोद्धार, 77 करोड़ 60 लाख रुपये की बतसपुर वियर योजना अंतर्गत मोराटाल मुक्त पईन का चौड़ीकरण, विस्तारीकरण तथा पुनर्स्थापन कार्य, 349 करोड़ 22 लाख रुपये लागत की नगर क्षेत्र अंतर्गत मुफस्सिल मोड़ पर फ्लाईओवर का निर्माण, 90 करोड़ 16 लाख रूपये लागत की गया-मानपुर रेलखंड पर अवस्थित लेवल क्रासिंग संख्या-71ए (बागेश्वरी गुमटी) पर आर०ओ०बी० निर्माण कार्य तथा 104 करोड़ 72 लाख रुपये लागत की गया परैया गुरारू होते हुए औरंगाबाद रफीगंज जोड़नेवाले पथ का चौड़ीकरण कार्य शामिल है। कार्यक्रम के अंतर्गत 119 करोड़ 74 लाख रुपये लागत की इमामगंज प्रखंड की कोठी से सलेया होते हुए सीमावर्ती राज्य (झारखंड) को जोड़ते हुए पथ का चौड़ीकरण, 58 करोड़ 45 लाख रुपये लागत की नगर प्रखंड के बेलथू ग्राम में अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का निर्माण, 41 करोड़ 60 लाख रुपये लागत की कंडी नवादा पार्क एवं सिलौंजा पार्क का विकास, 39 करोड़ 82 लाख रुपये लागत की गया जिला अंतर्गत बेला-पनारी रोड से अग्नि, शिवरामपुर से धनावां होते हुए शाकिर बिगहा तक (ग्राम शिवरामपुर के लिंक पथ सहित) पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य तथा 14 करोड़ 52 लाख रुपये लागत की इमामगंज प्रखंड में डिग्री कॉलेज की स्थापना शामिल है।
मुख्यमंत्री ने बेला-पनारी पथ का निरीक्षण किया और इस दौरान वहां आयोजित कार्यक्रम स्थल से 39 करोड़ 82 लाख रुपये लागत की गया जिला अंतर्गत बेला-पनारी रोड से अग्नि, शिवरामपुर से धनावां होते हुए शाकिर बिगहा तक (ग्राम शिवरामपुर के लिंक पथ सहित) पथ का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य का शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने चाकंद उच्च विद्यालय परिसर में लाभुकों के साथ आयोजित संवाद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित पेंशनधारी लाभुकों, जीविका दीदियों एवं अन्य लाभुकों के साथ संवाद किया। वहां उपस्थित लोगों ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि वृद्धजनों, दिव्यांगजनों एवं विधवा महिलाओं की पेंशन राशि को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये कर दिया है। इससे सभी लोग खुश हैं। घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट बिजली फ्री करने से हमलोगों को बहुत फायदा हो रहा है। बचत राशि का उपयोग अन्य विकास कार्यों में
कर रहे हैं। जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री को उनके लिए किए जा रहे विकास कार्यों की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमूह से कहा कि आपलोग अच्छे से मिल-जुलकर रहें तथा बिहार के विकास में भागीदार बनें।
कार्यक्रम में जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, लघु जल संसाधन मंत्री श्री संतोष कुमार सुमन, विधायक श्रीमती मनोरमा देवी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत, पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार सिंह, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अरविंद कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, पथ निर्माण विभाग के विशेष सचिव श्री शीर्षत कपिल अशोक, गया के जिलाधिकारी श्री शशांक शुभंकर, गया के वरीय पुलिस अधीक्षक श्री आनंद कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारीगण, लाभार्थीगण, गणमान्य व्यक्ति एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
3 . कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कार्यक्रम में संबोधित किया
पटना/ मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार आज गया जिला के बेलागंज स्थित पड़ाव मैदान में कार्यकर्ताओं के साथ आयोजित संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे पितृपक्ष मेला-2025 की तैयारियों को देखने तथा प्रगति यात्रा की योजनाओं के स्थल भ्रमण एवं शिलान्यास के लिए गयाजी आने तथा आपसे बातचीत करने का मौका मिला है। बहुत खुशी की बात है कि इस कार्यकर्ता संवाद में आप सब लोग उपस्थित हैं। मैं आपका अभिनंदन करता हूँ। आप सब जानते हैं कि पहले की सरकार ने कोई काम नहीं किया। पहले बहुत बुरा हाल था। जब 24 नवंबर, 2005 को एन०डी०ए० की सरकार बनी थी तब से हमलोग बिहार के विकास में लगे हुये हैं और राज्य में कानून का राज है। सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है। शुरू से ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया है। राज्य में बड़े पैमाने पर सड़कों, पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया है। सात निश्चय के तहत हर घर तक बिजली, हर घर नल का जल, हर घर शौचालय तथा टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ने का काम पूरा हो गया है। वर्ष 2020 में युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरी एवं 10 लाख रोजगार देना तय किया गया। वर्तमान तक युवाओं को 10 लाख नौकरी एवं 39 लाख रोजगार दे दिया गया है। चुनाव से पहले ही 50 लाख से अधिक नौकरी एवं रोजगार दे दिया जायेगा। अब तय किया है कि अगले 5 वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी / रोजगार दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि बिहार का बजट लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2005-06 में नयी सरकार बनने के समय राज्य का बजट पहले से ही मात्र 28 हजार करोड़ रुपये था जिसे वर्ष 2006-07 में बढ़ाकर 34 हजार करोड़ रुपये किया गया और यह लगातार बढ़ते-बढ़ते अब 3 लाख 16 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में कुछ नये निर्णय लिये गये हैं। सभी वृद्धजनों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को मिलनेवाली पेंशन की राशि 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 कर दिया गया है। इससे 1 करोड़ 12 लाख लोगों को फायदा हो रहा है। वर्ष 2018 में हर घर बिजली पहुँचा दी गयी। सरकार द्वारा शुरू से ही बहुत सस्ती दर पर बिजली दी जाती थी। अब लगभग सभी घरेलू उपभोक्ताओं को बिजली मुफ्त दी जा रही है। सरकार की तरफ से सभी इच्छुक लोगों के घरों पर सोलर लगाये जायेंगे। हाल ही में महिलाओं के रोजगार के लिए एक नयी योजना ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ की स्वीकृति दी गयी है जिसमें हर घर की एक महिला को रोजगार शुरू करने के लिए 10 हजार रूपये की राशि दी जायेगी। जिनका रोजगार अच्छा चलेगा उन्हें 2 लाख रूपये तक की अतिरिक्त सहायता भी दी जायेगी। यह काम इसी सितम्बर माह से शुरू हो जायेगा। बिहार में नये उद्योग लगाने के लिए मुफ्त जमीन एवं विशेष सहायता दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के विकास में केन्द्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। जुलाई, 2024 के बजट में बिहार को विशेष आर्थिक सहायता के रूप में सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन, बाढ़ नियंत्रण के लिए बड़ी राशि देने की घोषणा की गयी। फरवरी, 2025 के बजट में बिहार में मखाना बोर्ड, एयरपोर्ट की स्थापना, पश्चिमी कोसी नहर के लिए वित्तीय सहायता आदि की घोषणा की गयी है। केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2018 से देश के कुछ राज्यों में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन किया गया। इस वर्ष खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन बिहार में हुआ, जो गौरव की बात है। इन सब कामों के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार व्यक्त करते हैं। गया जिले में विकास के कई कार्य किए गए हैं। इंजीनियरिंग कॉलेज के नये भवन बनाये गये हैं। महिला आई०टी०आई० एवं सभी अनुमंडलों में आई०टी०आई० की स्थापना की गयी है। जी०एन०एम० संस्थान एवं पारा मेडिकल संस्थान की स्थापना की गयी है। गया जिले में कर्पूरी ठाकुर छात्रावास, 3 अनुसूचित जाति आवासीय उच्च विद्यालय एवं एक अन्य पिछड़ा वर्ग आवासीय उच्च विद्यालय का निर्माण कराया गया है। गया जिले में पुल एवं पथ निर्माण कराया गया है जिसमें पटना-गया राष्ट्रीय उच्च पथ तथा गया-राजगीर-बिहारशरीफ पथ का 4 लेन चौड़ीकरण शामिल है। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत गयाजी एवं बोधगया में गंगा नदी का पानी पहुंचा कर गंगा पेयजल की आपूर्ति की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गयाजी एवं बोधगया में हर साल लाखों लोग आते हैं। पहले यहां सुविधाएँ बहुत कम थी। अब यहाँ सभी इंतजाम करा दिये गये हैं। गयाजी में फल्गू नदी में रबर डैम एवं सीता-सेतु का निर्माण कराया गया है। बोधगया में महाबोधि सांस्कृतिक केन्द्र एवं विशिष्ट अतिथि गृह का निर्माण कराया गया है। अब गया का नाम बदल कर गयाजी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में अनेक काम कराये गये हैं जिनमें बेलागंज प्रखंड में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कराया गया है। बेलागंज से बराबर पथ का निर्माण कराया गया है। बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में 166 ग्रामीण सड़कों एवं 4 पुल का निर्माण कराया गया है। यहाँ पर 1 विद्युत उपकेन्द्र एवं 3 कृषि फीडर का निर्माण कराया गया है। बेलागंज प्रखंड में 4 आहर-पईन का जीर्णोद्धार कराया गया है। बेलागंज प्रखंड में मोरहर नदी पर बाँध का निर्माण कराया गया है। बेलागंज के कोटेश्वर धाम मंदिर में पर्यटकीय सुविधाओं का विकास कराया गया है। वर्ष 2024 के दिसम्बर एवं 2025 के जनवरी-फरवरी माह में मैंने प्रगति यात्रा के दौरान गया जिले में आकर विकास कार्यों को देखा और जो कमी रही उसे पूरा करने के लिए 13 योजनाओं की स्वीकृति दे दी गयी है। इन योजनाओं में 3 सिंचाई, 2 फ्लाई ओवर निर्माण, 5 पथ निर्माण, 2 पार्क निर्माण, इमामगंज में 1 डिग्री कॉलेज की स्थापना शामिल है। आज इनमें से 10 योजनाओं का शिलान्यास किया गया है। हमने शुरू से ही सभी तबकों का विकास किया है। चाहे हिन्दू हों, मुस्लिम हों, अपर कास्ट हों, पिछड़ा हों, अति पिछड़ा हों, दलित हों, महादलित हों सभी के लिए काम किया गया है। मुस्लिम समुदाय के लिए भी हमने काफी काम किया है। मदरसों को सरकारी मान्यता दी गयी है एवं उनके शिक्षकों को सरकारी शिक्षकों के बराबर वेतन दिया जा रहा है। वर्ष 2006 से ही कब्रिस्तान की घेराबंदी शुरू की गयी है। बड़े पैमाने पर कब्रिस्तानों की घेराबंदी की जा चुकी है। अब कोई झगड़ा झंझट नहीं होता है। वर्ष 2016 से 60 वर्ष से पुराने हिन्दू मंदिरों की घेराबंदी की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार का तेजी से विकास हो रहा है, आगे और ज्यादा काम होगा। मेरा सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि वे घर-घर जाकर बिहार के विकास के बारे में लोगों को बतायें। कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होंगे, इसलिए आप सभी पूरी तरह सक्रिय रहें।
कार्यक्रम में जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, लघु जल संसाधन मंत्री श्री संतोष कुमार सुमन, विधायक श्रीमती मनोरमा देवी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, कार्यकर्तागण, गणमान्य व्यक्ति एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।