बिहार

बीमा से 16 लाख मछुआरा परिवार को साधने की तैयारी

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पटना /बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ के प्रबंध निदेशक ऋषिकेश कश्यप ने मीन भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत राज्य के 16 लाख मछुआरों का प्रिमियम राज्य सरकार से भुगतान करने की मांग की। इस योजना के तहत किसी मछुआरें की दुर्घटना के दौरान मृत्यु पर 4 लाख रूपये परिजन को दिए जाएंगे। पीएम सुरक्षा बीमा योजना एवं पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना को मिलाकर कुल चार लाख रूपये प्रत्येक मृतक के परिजन को मिलेंगे। योजना का लाभ गरीब परंपरागत मछुआरा परिवार को मिलेगा। योजना में सामान्य मृत्यु पर भी 2 लाख रूपये दिए जाएंगे। बीमित व्यक्ति के स्थाई अपंगता पर 4 लाख रूपये मुआवजा मिलेगा। अस्थाई अपंगता की स्थिति में 2 लाख की राशि दी जाएगी। कॉफ्फेड भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण से मान्यता प्राप्त नोडल ऐजेंसी है। इस बीमा योजना के लागू होते ही बिहार देश का सर्वाधिक बीमा करने वाला राज्य हो जाएगा। इस बीमा का कुल वार्षिक प्रिमियम 454 रूपये है। मछुआरों को इस योजना का लाभ लेने के लिए कॉफ्फेड का सदस्य बनना होगा या इससे जुड़ी समितियों का सदस्य बनना जरूरी होगा। बीमा का लाभ 18 से 70 वर्ष के परंपरागत मछुआरा को मिलेगा। वर्तमान में कॉफ्फेड के 16 लाख सदस्य है, जिन्हें बीमा का लाभ मिलेगा।

श्री कश्यप ने राज्य सरकार से 42 करोड़ 63 लाख 50 हजार 6 सौ 68 रूपये का भुगतान बीमा कम्पनी को करने की मांग किया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार इतने कम राशि के भुगतान से 16 लाख मछुआरा परिवार साध लेगी जिसका सीधा लाभ आसन्न बिहार विधान सभा चुनाव 2025 में वर्तमान एनडीए सरकार को मिलेगा।

बिहार सरकार, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ को जनश्री बीमा योजना के क्रियान्वयन हेतु नोडल ऐजेंसी नियुिक्त किया गया था। मालूम हो कि जनश्री बीमा योजना की शुरूआत माननीय मुख्यमंत्री श्री नितीश कुमार के करकमलों के द्वारा 10 जुलाई 2008 को मछुआरा दिवस के शुभ अवसर पर श्रीकृष्ण मेमॉरियल हॉल, पटना से प्रारम्ंभ किया गया था। कॉफ्फेड ने राज्य सरकार एवं भारतीय जीवन बीमा निगम के बीच समन्वय स्थापित करते हुए मछुआरों का जीवन बीमा करवाया एवं मृत्योपरांत दावों का भुगतान ससमय करवाया। इस योजना के अंतर्गत बीमित व्यक्ति के 9 से 12 कक्षा में पढ़ने वाले दो बच्चों को 1200-1200 रूपये छात्रवृ-ित का भुगतान करवाया गया। जिससे हज़ारों परंपरागत मछुआरों को लाभ प्राप्त हुआ। कॉफ्फेड को बीमा योजना करने का अनुभव प्राप्त है। पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, बिहार सरकार के द्वारा उनके कल्याण के लिए अनेकों योजना क्रियान्वित की जा रही है। परन्तु परंपरागत मछुआरों के सामाजिक सुरक्षा के लिए वर्तमान में कोई योजना किसी विभाग के द्वारा क्रियान्वित नहीं है। मत्स्य निदेशालय द्वारा संचालित जनश्री बीमा योजना कई वर्ष पूर्व बन्द किया जा चुका है।

इस संवाददाता सम्मेलन में निदेशक गण् प्रदीप कुमार, मदन कुमार सहनी, सुनिल कुमार चौधरी, बिजेन्द्र कुमार चौधरी, रूपेश सहनी, दयानंद कुमार, मोनू कुमार, सिमरन, रानी सहनी एवं गोपी कुमार उपस्थित।