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आईआईटी पटना का 12वां दीक्षांत समारोह संपन्न ,भारत जॉब सीकर नहीं जॉब क्रिएटर चाहिए : धर्मेन्द्र प्रधान

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बिहटा / भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) पटना ने आज संस्थान के सभागार में भव्य रूप से अपना 12वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया। इस वर्ष का दीक्षांत समारोह संस्थान के इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में दर्ज हुआ, जिसमें कुल 1320 उपाधियाँ प्रदान की गईं । दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धमेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत की सोच जॉब सीकर से जब क्रिएटर है । जलवायु परिवर्तन जैसे वैश्विक चुनौतियों के समाधान भारत की भूमिका निर्णायक होगी । यह आपके बरसों की अथक प्रयास , कड़ी मेहनत बौद्धिक जिज्ञासा , उपलब्धियां और अधिक समर्पण का परिणाम है उन्होंने मौलिक चिंतन पर जोड़ देते हुए कहा कि आज राष्ट्र की समृद्धि के लिए युवाओं को संघर्ष करना होगा । ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का प्रयास करना चाहिए तभी विकसित भारत की संकल्पना लोकल का स्वर के मूल्य मंत्र के साथ है पूरी होगी ।

IMG 20250827 WA0013 आईआईटी पटना का 12वां दीक्षांत समारोह संपन्न ,भारत जॉब सीकर नहीं जॉब क्रिएटर चाहिए : धर्मेन्द्र प्रधानसमाज की मजबूत और सशक्त बनाने के लिए आप जैसे कंधार युवाओं को जिम्मेदारी लेनी होगी तभी विकसित भारत की कल्पना की जा सकती हैं। अति विशिष्ठ अतिथि केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि आज राष्ट्र के निर्माण के तंत्र आप एक नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं । आईआईटी और अन्य उच्च संस्थान देश के साथ-साथ पूरी दुनिया में विकास में योगदान दे रहे हैं । लोकल समस्याओं की समाधान हेतु नई तकनीकी के सहयोग से निदान करने की अपेक्षा आप सभी छात्र – छात्राओं से की जाती है । हमें पूर्ण विश्वास है कि आप देश के नवनिर्माण में खड़े उतरेंगे विशिष्ट अतिथि गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने उपाधि प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि जब आप इस संस्थान की अकादमी की दीवारों से बाहर निकल रहे हैं तो आप दुनिया में प्रवेश कर रहे हैं जो आपकी कौशल विकास , नेतृत्व क्षमता और नवाचार की प्रति प्रतीक्षा कर रही है आपको एक साधारण शिक्षा प्राप्त करने के उपरांत जिम्मेदारी भी है कि अपनी प्रतिभा का उपयोग समाज के उत्थान व हित के लिए समर्पित रह कर करेंगे। आप केवल दर्शक न बन कर रहे,बल्कि देश सेवा में सक्रिय भागीदार बने उसे महान राष्ट्रीय परियोजनाओं में भारत को समृद्ध , सुरक्षित और तकनीकी रूप से सक्षम बनाने की ओर अग्रसर रहे । आई आई टी के निदेशक प्रोफेसर टी एन सिंह ने आगत अतिथियों को स्वागत व विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि आप किसी भी यात्रा का अंत नहीं बल्कि एक नई शुरुआत है। आईआईटी पटना में आपका केवल डिग्री प्राप्त करने तक सीमित नहीं है यह चरित्र निर्माण , कौशल विकास , संकल्पशीलता को प्रोत्साहित करने और जिज्ञासु सोच विकसित करने की यात्रा रही है यहां से आपने जो ज्ञान कौशल अर्जित किया है वह आपकी सफलता की बुनियाद है । आपकी मूल्यपरख सोचें जो इमानदारी ही आपकी असली पहचान बनाएगी । सम्मानित अतिथि बी आर शंकारानंद ने कहा कि सच्ची शिक्षा तब तक पूर्ण नहीं मानी जा सकती जब तक उसमें हमारी सांस्कृतिक मूल्यों की गहरी समझ न हो । व्यक्ति व राष्ट्र एक दूसरे से अलग नहीं हो सकता आपकी सफलता केवल आपकी नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र की सफलता है । कुल उपाधियों में से 856 उपाधियाँ नियमित पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को प्रदान की गईं, जबकि 464 उपाधियाँ हाइब्रिड मोड कार्यक्रमों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को दी गईं। उक्त अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री राम कृपाल यादव, एमएलसी संजय मयूख, विधायक संजीव चौरसिया , प्रो ए के ठाकुर कुलसचिव, डॉ निखिल आनन्द पी आर ओ प्रोफेसर कृपा शंकर सहित कई अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे।
इनमें 445 बी.टेक छात्र, 47 बी.एस. छात्र, 8 बी.टेक–एमबीए ड्यूल डिग्री के छात्र, 207 एम.टेक छात्र, 85 एम.एससी छात्र, 64 पीएच.डी. शोधार्थी, 221 हाइब्रिड एम.टेक कार्यक्रम के छात्र, तथा 243 हाइब्रिड एमबीए कार्यक्रम के छात्र शामिल हैं।
रजिस्ट्रार प्रो. ए. के. ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। आईआईटी पटना ने अपनी अब तक की सबसे बड़ी बैच के लिए भव्य दीक्षांत समारोह आयोजित किया, जिसमें देश और विदेश के छात्रों ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए भाग लिया। यह कार्यक्रम खुशी और उत्सव से भरपूर था। स्नातकों ने गर्व के साथ अपने डिग्री प्रमाणपत्र माता-पिता, अभिभावकों, संकाय सदस्यों, शुभचिंतकों और मित्रों की उपस्थिति में प्राप्त किए।