क्या नीतीश सरकार को ईमानदार अफसर रास नहीं आते, क्या सच बोलने और सही करने की क़ीमत तबादला है
महज़ 55 दिनों में ही हटाए गए मुंगेर के पूर्व DM अरविंद कुमार वर्मा।एक ऐसा अधिकारी जो प्रशासन को सिर्फ कुर्सी नहीं, जिम्मेदारी मानता था।
जो जनता की आवाज़ को फ़ाइलों से ज़्यादा अहमियत देता था।
2012 बैच के IAS, इससे पहले बक्सर, बेगूसराय और मधुबनी में भी अपनी साख बना चुके हैं।
शिक्षा विभाग में निदेशक रहते हुए लाए कई बदलाव।
IRS रहे, मुंबई में असिस्टेंट कमिश्नर भी रह चुके हैं।
हर जगह उनकी पहचान रही – ईमानदारी, निष्ठा और जनता के लिए समर्पण।
अब अचानक उन्हें सामान्य प्रशासन विभाग, पटना भेज दिया गया है ।बिना किसी कारण, बिना किसी जवाब।
जनता पूछ रही है
ये चार,पांचों दलाल का ही हाथ है जो ऐसे ईमानदार पदाधिकारी को काम नहीं करने देते है ।
ऐसे ईमानदार पदाधिकारी को जल्द से जल्द कहीं पर पोस्टिंग दिया जाए जो समाज मे समावेशी विकास कर सके !

