अखिल भारतीय कलवार महासभा के राष्ट्रीय महासम्मेलन की तैयारी
सेंट्रल डेस्क
नई दिल्ली /अखिल भारतीय कलवार कलाल कलार महासभा, दिल्ली द्वारा आगामी 24 अगस्त 2025 को राजधानी दिल्ली में एक भव्य राष्ट्रीय महासम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। प्रत्येक वर्ष की भांति इसबार यह कार्यक्रम कुछ अलग और भव्य तरीक़े से आयोजित किए जाने की योजना बनाई गई है। इस विशेष अवसर पर समाज के उन व्यक्तियों को “नागरिक सम्मान 2025” से सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट और असाधारण कार्य कर समाज का नाम रोशन किया है।
इस सम्मान समारोह के लिए देशभर से योग्य और प्रेरणादायक व्यक्तित्वों का चयन किया गया है। यह महासम्मेलन समाज के सामूहिक उत्थान, एकता और पहचान का प्रतीक बनेगा। समारोह में देशभर से समाज के दर्जनों राष्ट्रीय संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है, जिससे यह संदेश जाए कि समाज केवल व्यक्तियों से नहीं, बल्कि संगठनों की सामूहिक एकता और समर्पण से मजबूत होता है।
संगठन के राष्ट्रीय महासचिव किशोर भगत व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ईं आर के जायसवाल ने बताया कि इस समारोह में देशभर एवं नेपाल से कई विशिष्ट समाज सेवियों व समाज के अनेक गरिमामयी लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित है, जिनमें प्रमुख रूप से केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीपद नाईक, मंत्री रविन्द्र जायसवाल, पूर्व सांसद बी के हरि प्रसाद, पूर्व मंत्री व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, पूर्व उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, सांसद डॉ संजय जायसवाल, सांसद मनीष जायसवाल, विधायक पवन जायसवाल, ममता कुमारी सदस्य राष्ट्रीय महिला आयोग, महापौर हरि कांत अहलूवालिया और पूरे देश भर से दर्जनों संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नेपाल के कई संगठनों के अध्यक्षों ने उपस्थित होने की सहमति जताई है। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर महासभा द्वारा ‘अखिल भारतीय कलवार कलाल कलार महासभा’ का आधिकारिक ध्वज का विमोचन भी किया जाएगा जो संगठन की एकता, सम्मान और विस्तार का प्रतीक होगा। समारोह में भाग लेने वाले सभी सम्मानित अतिथियों, समाजसेवियों और पदाधिकारियों के लिए दिल्ली में ठहरने एवं आवागमन की उत्तम व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा की महासभा का उद्देश्य है कि समाज के सभी वर्गों, संगठनों और प्रतिनिधियों को एक मंच पर लाकर सशक्त और संगठित समाज की ओर कदम बढ़ाया जाए। यह आयोजन समाज के युवाओं को प्रेरणा देगा और एक सशक्त सामाजिक पहचान की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। इस प्रकार के आयोजन से महासभा समाज की एकता, सम्मान और योगदान की भावना को मजबूत करने वाला सिद्ध होगा।