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प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग पर एक-दिवसीय राज्यस्तरीय कार्य योजना निर्माण कार्यशाला-सह-समीक्षा बैठक

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News desk 

पटना/राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद् तथा बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् के नेतृत्व में मंत्रा4चेंज के सहयोग से प्रोजेक्ट-बेस्ड लर्निंग (PBL) कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्य योजना निर्माण कार्यशाला-सह-समीक्षा बैठक का आयोजन पटना स्थित होटल पाटलिपुत्र निर्वाणा में किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य इस शैक्षणिक सत्र के वार्षिक वर्ष की कार्य योजना का निर्माण, अब तक की प्रगति की समीक्षा तथा कार्यक्रम की उपलब्धियों और चुनौतियों पर चर्चा करते हुए भावी रणनीति तय करना था।

कार्यशाला में संयुक्त निदेशक, SCERT डॉ. रश्मि प्रभा, डॉ. जमाल मुस्तफा, DPO पटना, एवं श्री नीरज दास गुरु, मंत्रा4चेंज ने संयुक्त रूप से विज्ञान की प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग-हस्तपुस्तिका ‘चेष्टा’ का लोकार्पण किया। इस अवसर पर डॉ. जमाल ने उपस्थित सभी सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि PBL शिक्षकों के लिए काम करने का एक बेहतरीन प्लेटफार्म है। उन्होंने बताया कि अपने विभिन्न जिलों के कार्यकाल में उन्होंने शिक्षकों को हमेशा प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग को अपनाने और प्रोत्साहित करने का प्रयास किया। उन्होंने आगे कहा संसाधनों की कमी का हवाला देने वाले शिक्षकों को भी उन्होंने प्रधानाध्यापक के सहयोग से समाधान खोजने के लिए प्रेरित किया। आज राज्य के सरकारी स्कूलों के बच्चे भी निजी स्कूलों के बच्चों की तरह प्रोजेक्ट और मॉडल तैयार कर रहे हैं और विज्ञान सीख रहे हैं।
डॉ. रश्मि प्रभा ने प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग से जुड़े बेसलाइन टेस्ट पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने इसकी आवश्यकता एवं प्रक्रिया के प्रत्येक पहलू को स्पष्ट किया, ताकि जिलों में इसका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके।

IMG 20250716 WA0019 scaled प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग पर एक-दिवसीय राज्यस्तरीय कार्य योजना निर्माण कार्यशाला-सह-समीक्षा बैठककार्यशाला के उद्घाटन सत्र में BEPC के राज्य साधन सेवी श्री संजीत कुमार ने सभी जिलों से आए जिला तकनीकी समूह के सदस्यों एवं जिला शिक्षक समन्वयक के साथ माह जून के PBL-MIP की समीक्षा की। उन्होंने कम प्रगति दर्ज करने वाले जिलों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अकादमिक और प्रशासनिक दोनों स्तरों पर सामूहिक प्रयासों से लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। साथ ही, उन्होंने सुझाव दिया कि हमें राज्य के मधेपुरा, वैशाली आदि जिलों के अच्छे कार्यों से सीख लेकर अपने प्रयासों को और सुदृढ़ बनाना चाहिए।