NEET की तैयारी कर रहे छात्र ने की आत्महत्या, गांव में छाया मातम
मधुबनी/खुटौना प्रखंड के ललमनियां थाना क्षेत्र के भोलापुर गांव का 20 वर्षीय विवेक मंडल, जो डॉक्टर बनने के सपने लिए पटना में संघर्ष कर रहा था, अब इस दुनिया में नहीं रहा। शुक्रवार की शाम वह पटना के शालीमपुर अहरा रोड स्थित एक लॉज में अपने कमरे में मृत पाया गया। उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। तीन साल से पटना में रहकर NEET की तैयारी कर रहे विवेक के साथ उसकी छोटी बहन वंदना भी उसी लॉज में रहती थी।
शुक्रवार को जब वंदना लाइब्रेरी से लौटी, तो भाई को फंदे से झूलता देख बेहोश हो गई। शोर सुनकर पहुंचे अन्य छात्र और लॉज प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। प्रारंभिक जानकारी में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे यह घटना और भी रहस्यमय बन गई है। विवेक के माता-पिता, जो बेटे को डॉक्टर बनते देखने का सपना संजोए बैठे थे। इस खबर से टूट गए। मां देवकी देवी बेटे की मौत की खबर सुनते ही बेसुध हो गईं, वहीं पिता राजकुमार मंडल भी होश खो बैठे। दोनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
गांव के लोगों के लिए विवेक सिर्फ एक छात्र नहीं, उम्मीद की किरण था। पढ़ाई में अव्वल, विनम्र स्वभाव और परिवार का इकलौता बेटा—उसके जीवन की आकस्मिक समाप्ति ने सभी को गहरे सदमे में डाल दिया है।
क्या पढ़ाई का दबाव, कोई मानसिक तनाव, या कुछ और—यह सवाल अभी भी लोगों के जेहन में घूम रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि विवेक कभी भी तनावग्रस्त या उदास नहीं दिखा। अब सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच से ही सामने आ पाएगी।