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ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्प्लांइज यूनियन द्वारा अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया

बिहार हलचल न्यूज ,जन जन की आवाज
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पूर्वी चंपारण/ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्प्लाईज युनियन क़े द्वारा अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस क़े अवसर पर रेलकर्मियों क़े बीच जागरूकता अभियान चलाया गया। मुख्य कार्यक्रम स्थानीय रेलवे स्टेशन क़े नजदीक ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्प्लाईज युनियन क़े केंद्रीय /जोनल जॉइंट सेक्रेटरी श्री रत्नेश वर्मा क़े नेतृत्व मे सभा क़े संचालन से आरम्भ हुआ ।

श्री रत्नेश वर्मा ने बताया की आज हीं क़े दिन वर्ष 1886 ई• में अमेरिका क़े शिकागो शहर क़े हेमाकार्ट मार्केट में मजदूरों द्वारा कार्य की अवधि क़ो आठ (08) घंटे किए जाने क़े लिए हड़ताल की गयी थी, जहाँ धमाका होने क़े बाद पुलिस द्वारा चलायी गयी गोली से कई मजदूर मारे गए और कई घायल हुए। इन्हीं मजदूरों की याद में प्रतिवर्ष एक मई क़ो अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया जाता है। भारत में इसकी शुरुआत 1923 ई• से मद्रास से हुई। श्री रत्नेश वर्मा ने आगे कहा कि आज मजदूरों कि स्थिति बहुत हीं दयनीय है। कई ठेका मजदूरों क़ो न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल रहा है। रेल कर्मचारियों पर निजीकरण / निगमीकरण थोपा जा रहा है। 55/30 क़े सर्विस रिव्यू की पॉलिसी बनाई गयी है।सरकार क़े द्वारा पहले NPS और अब UPS थोपा गया है। उन्होंने केंद्र सरकार से मजदूरों क़े हित में नई श्रम नीति क़ो वापस लेने क़ी मांग क़ी। सभा में सरकार क़ी मजदूर विरोधी नीतियों क़े विरोध मे खूब नारेवाजी कि गयी। ECREU क़े केंद्रीय / जोनल जॉइंट सेक्रेटरी श्री रत्नेश वर्मा ने NPS – UPS को हटाकर O. P. S. लागु करने कि मांग सरकार से की।उनके द्वारा बताया गया कि आज का यह कार्यक्रम पुरे भारत देंश एवं विश्व क़े कोने -कोने मे मनाया जा रहा हैं। आगे /केंद्रीय / जोनल संयुक्त सचिव श्री रत्नेश वर्मा ने बताया कि पूंजीवाद और उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए चार नए श्रम कानून का गठन किया गया है। देश क़े 29 श्रम कानून संहिताओं को बदलकर चार नए श्रम कानून बना दिए गए हैं। देश कि सरकार पार्ट पार्ट मे रेलवे को निजीकरण क़े तरफ धकेल रही हैं। 1924 से लागु रेल बजट को आनन फानन मे 2016 मे पूरी तरह से बंद कर दिया गया।

NPS/UPS देश हित और कर्मचारी हित में नहीं है, इसलिए हमें O.P.S.से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। पुरे देश में एक हीं पेंशन प्रणाली होनी चाहिए। इस कार्यक्रम में अंतराष्ट्रीय मजदूर दिवस क़े महत्व, रेलवे निजीकरण, NPS / UPS ऑप्शन पर जागरूकता , रेलवे कर्मचारी को मिलने वाली सुविधाओं ,सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। श्री रत्नेश वर्मा ने कहा कि रेलवे मे कर्मचारियों कि भारी कमी हैं। रेलकर्मी पर अत्यधिक कार्य का बोझ हैं, जिसक़े चलते हीं कर्मिगण लगातार रन -ओवर भी हो रहे हैं।दिनांक :-30/4/2025 क़ो कोटा मण्डल क़े दो सिग्नल स्टाफ कार्य क़े दौरान ट्रेन से कटकर शहीद हो गए।रेल – लाइन पर कार्य करनेवाले सभी रेलकर्मी को जीवन रक्षक यन्त्र दिया जाना चाहिए तथा एक करोड़ के जीवन बीमा का प्रावधान हो।पॉइंट्स मैन, गेटमैंन 12 घंटे, सिग्नल आर्टिज़न स्टॉफ 24 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं। ड्यूटी रोस्टर हीं नहीं हैं। BOS क़े अनुसार रेलकर्मियों कि भर्ती होनी चाहिए। । इस कार्यक्रम में उपस्थित कर्मचारियों मे श्री रत्नेश वर्मा,श्री संजय कुमार, श्री अंगद राम, श्री संजीत कुमार, श्री रामनाथ राय, श्री जैकी कुमार, श्री सत्यम कुमार, श्री सुरेंद्र दास,श्री आनंद कुमार, श्री अवनीत कुमार, श्री हरिन्द्र महतो, , श्री अंगद कुमार साह , श्री शत्रुघ्न कुमार, श्री सित्तू कुमार, श्री दीपक कुमार , श्री प्रभात कुमार,श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव, श्री भरत बैठा, श्री रामबाबू राय , श्री अजय राम, श्री शिवम् कुमार,श्री मनीष कुमार, श्री सोनू कुमार आदि प्रमुख थे।