राजस्व मामलो में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले पदाधिकारियो पर कार्यवाही के आदेशः संजय सरावगी , मंत्री
पटना/राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग डा के मंत्री संजय सरावगी द्वारा अपर मुख्य सचिव तथा सचिव की मौजूदगी मी में विभागीय समीक्षा बैठक की गई। बैठक में मंत्री ने अधिकारियों से राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा प्रदत ऑनलाइन सेवाओं की वास्तविक स्थिति की जानकारी ली।
1, दाखिल खारिज मामलो में विगत छः महीनो में सबसे खराब प्रदर्शन की करने वाले पदाधिकारियो पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुये मंत्री ने अनुशासनात्मक कार्यवाही के आदेश – दिए है। मंत्री ने कहा कि कई छोटे-मोटे कारणों की वजह से अंचलाधिकारियों द्वारा दाखिल-खारिज के मामलों को पों अस्वीकृत कर दिया जाता है। जिस कारण आवेदनों को निरस्त करने का प्रतिशत काफी ज्यादा हो जाता है। प्राप्त आवेदनों को अस्वीकृत करने के आधार पर खराब प्रदर्शन करने वाले अंचलों में लखीसराय य का पिपरिया अंचल पहले स्थान पर है। इस अंचल में अंचलाधिकारी द्वारा विगत वर्ष में दाखिल खारिज के कुल प्राप्त आवेदनों में से 65.12% आवेदनों को अस्वीकृत कर दिया गया है। दूसरे स्थान पर दरभंगा का जाले है जहाँ दाखिल खारिज आवेदनों को अस्वीकृत करने का प्रतिशत 62.96 है, तीसरे स्थान पर
मंत्री ने
भोजपुर का अगियांव (55.21%), चौथे स्थान पर किशनगंज का ठाकुरगंज (55.15%), पांचवें स्थान पर जहानाबाद का मोदागंज (53.91%), छठे स्थान पर भोजपुर का बरहरा (53.52%), सातवे स्थान पर अररिया का जोकीहाट (52.38%),आठवें स्थान पर मधुबनी का जयनगर (50.30%), नौवे स्थान पर खगड़िया का बेलदौर (50.09%) तथा दसवे स्थान पर दरभंगा का कुशेश्वर स्थान पूर्वी (49.62%) है। इसी आधार पर कैमूर के नुआंव अंचल का प्रदर्शन सबसे अच्छा है। यहाँ कुल प्राप्त आवेदनों में से मात्र 6.74% आवेदनो को ही अस्वीकृत किया गया है। दूसरे स्थान पर नालंदा का एकंगरसराय (7.44%), तीसरे स्थान पर लखीसराय का हलसी (8.93%), चौथे स्थान पर कैमूर का मोहनियां (9.24%), पांचवें स्थान पर मुजफ्फरपुर का मुरौल अंचल (9.54%), छठे स्थान पर वैशाली का पातेपुर (9.60%), सातवें स्थान पर पूर्णिया का श्रीनगर अंचल (9.71%), आठवें स्थान पर सीतामढ़ी का बाजपट्टी (10.26%), प्र नौवें स्थान पर लखीसराय का बरहिया (10.53%) तथा दसवें स्थान पर कैमूर का रामपुर अंचल (11.06%) है।
मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान यह भी कहा कि आमजनों को दाखिल खारिज का आवेदन करते समय अपना हीं मोबाइल नंबर डालना चाहिये। सीएससी सेंटर या साइबर कैफे से आवेदन करते वक्त भी यह ध्यान रखें और अपना मोबाइल नंबर दे।