मुख्यमंत्री ने दरभंगा जिले को लगभग 1500 करोड़ रुपये की सौगात, 186 योजनाओं का किया उद्घाटन , शिलान्यास एवं समीक्षा बैठक ।।2.जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के समीक्षा बैठक
पटना /मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के क्रम में दरभंगा जिले को लगभग 1500 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी। मुख्यमंत्री ने 186 योजनाओं से संबंधित शिलापट्टों का अनावरण कर उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसके तहत 935.28 करोड़ रुपये की लागत से 89 योजनाओं का उद्घाटन एवं 561.75 करोड़ रुपये की लागत से 97 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
प्रगति यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री ने दरभंगा जिला अंतर्गत मुख्यमंत्री बाल आश्रय विकास योजना के तहत दरभंगा जिले के मौजा मनिहास में 200 आवासन के नवनिर्मित वृहद् आश्रय गृह भवन का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वृहद् आश्रय गृह प्रांगण एवं कॉमन फैसिलिटी सेंटर का निरीक्षण कर उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान नवनिर्मित वृहद आश्रय गृह दरभंगा पर आधारित लघु फिल्म मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदर्शित की गई। अधिकारियों ने वृहद आश्रय गृह के संबंध में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री को बताया कि यह वृहद् आश्रय गृह 5 एकड़ भूमि में बनाया गया है, जिसमें 100 बालकों तथा 100 बालिकाओं के आवासन के साथ-साथ सेवा प्रदाताओं के रहने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। नवनिर्मित वृहद आश्रय गृह के प्रांगण में सुरक्षा के दृष्टिकोण से 32 सी०सी०टीवी कैमरे आच्छादित किये गये हैं। पर्याप्त संख्या में स्ट्रीट लाइट लगाए गए हैं। फायर फाइटिंग अलार्म और स्मॉक अलार्म भी लगाये गये हैं।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने सिंहवाड़ा प्रखण्ड स्थित सिमरी में चंद्रसार पोखर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह काफी बड़ा पोखर है, जो 52 बीघा में स्थित है। लोगों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए इसके चारो तरफ सीढीनुमा घाट निर्माण कराएं और सघन वृक्षारोपण भी कराएं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मखाना भंडार गृह निर्माण हेतु मखाना विकास योजना अंतर्गत सहायता अनुदान का सांकेतिक चेक लाभुकों को प्रदान किया। सिंहवाड़ा प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति से जुड़े लोगों से मुख्यमंत्री ने बातचीत की। इस दौरान सिंहवाड़ा प्रखंड मत्स्यजीवी सहयोग समिति द्वारा मुख्यमंत्री को प्रतीक चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया गया।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री पंचायत सरकार भवन सिमरी के प्रांगण में सुधा डेयरी बूथ का फीता काटकर उद्घाटन किया। पंचायत सरकार भवन सिमरी के प्रांगण में बने प्राथमिक कृषि साख सहयोग समिति लिमिटेड का भी मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पैक्स द्वारा किए जा रहे धान अधिप्राप्ति का चेक लाभुकों को प्रदान किया। पंचायत सरकार भवन, सिमरी के प्रांगण में पंजाब नेशनल बैंक की शाखा तथा आंगनबाड़ी केंद्र का फीता काटकर मुख्यमंत्री ने शुभारंभ किया। पंचायत सरकार भवन सिमरी के प्रांगण में स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण कर चिकित्सीय परामर्श कक्ष, प्रसव पूर्व जांच आदि का जायजा लिया। ग्राम पंचायत सरकार भवन सिमरी का भी मुख्यमंत्री ने निरीक्षण कर न्यायालय कक्ष, पुस्तकालय आदि की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड द्वारा मध्य विद्यालय सिमरी के प्रांगण में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय सिंहवाड़ा का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के छात्राओं द्वारा लिए जा रहे जूडो कराटे (आत्म) प्रशिक्षण को मुख्यमंत्री ने देखा एवं उसके बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। आत्म प्रशिक्षण प्राप्त कर रही बच्चियों से मुख्यमंत्री ने बातचीत करते हुए उनकी प्रशंसा की और उन्हें बधाई दी। प्लस टू उच्च विद्यालय सिमरी के परिसर में दरभंगा जिला अंतर्गत विभिन्न विकासात्मक योजनाओं का मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। उद्घाटन एवं शिलान्यास किए गए विकासात्मक योजनाओं से संबंधित पुस्तिका को जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को भेंट किया।
मुख्यमंत्री ने उच्च विद्यालय सिमरी परिसर में जीविका दीदियों एवं विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन किया। अवलोकन के क्रम में मुख्यमंत्री ने सतत् जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत कुल 2391 परिवारों को 9 करोड़ 87 लाख 86 हजार रुपये का सांकेतिक चेक, 23384 जीविका स्वयं सहायता समूह एवं समूह से संबंधित कुल 93536 जीविका दीदियों को बैंक से क्रेडिट लिंकेज के रूप में प्राप्त वित्तीय सुविधा का 284 करोड़ 79 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया। साथ ही जीविका भवन की चाबी, सतत् जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत संपोषित वाहन की चाबी, बिहार लघु उद्यमी योजना अंतर्गत प्रदत्त राशि का सांकेतिक चेक, आयुष्मान वय वंदना कार्ड, सतत् जीविकोपार्जन योजना अंतर्गत मनरेगा द्वारा निर्मित बकरी शेड की चाबी, मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत निर्मित आवास की चाबी, अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का सांकेतिक चेक लाभुकों को मुख्यमंत्री ने प्रदान किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से बातचीत करते हुए कहा कि आप सभी बहुत अच्छा काम कर रही हैं। हम जहां भी जाते हैं वहां स्वयं सहायता समूह से जुड़ी जीविका दीदियों से जरूर बातचीत करते हैं। स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर जीविका दीदियां काफी मेहनत कर रही हैं। इससे उनकी आमदनी बढ़ रही है। साथ ही परिवार और समाज में उनका मान-सम्मान भी बढ़ा है। महिलाएं जहां पहले घर से बाहर निकलने में शर्माती थीं वहीं अब निःसंकोच न सिर्फ घरों से बाहर निकल रही हैं बल्कि कई प्रकार के कारोबार से जुड़कर अपने परिवार के भरण-पोषण में अहम भूमिका निभा रही हैं। स्वयं सहयता समूहों से जुड़ी महिलाओं का जीविका नाम हमने ही दिया। हमारे इस काम से प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने इसका नाम आजीविका किया। इसको आप सब भूलियेगा मत। मनरेगा योजना अंतर्गत ग्राम पंचायत सिमरी के प्लस टू वासुदेव उच्च विद्यालय के प्रांगण में 9.95 लाख रुपये की लागत से निर्मित खेल मैदान का भी रिमोट के माध्यम से मुख्यमंत्री ने उद्घाटन किया।
दरभंगा के दिल्ली मोड़ स्थित न्यू बस स्टैंड को प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय/अंतर्राज्यीय बस पड़ाव स्थल के रुप में विकसित करने एवं दरभंगा बस स्टैंड को दरभंगा हवाई अड्डा के सिविल इनक्लेव से जोड़ने संबंधी प्रस्ताव के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने स्थल निरीक्षण किया। अधिकारियों ने प्रस्तावित दरभंगा बस स्टैंड के भवन प्रारूप एवं मैप के माध्यम से पार्किंग, यात्रियों की सामान रखने की सुविधा, चार्जिंग प्वाइंट, कार्यालय भवन आदि की विस्तृत जानकारी मुख्यमंत्री को दी। इस दौरान मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना का सांकेतिक चेक एवं वाहन की चाबी लाभुकों को मुख्यमंत्री ने प्रदान किया। मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तावित दरभंगा बस पड़ाव के संदर्भ में तैयार किए गए लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। मुख्यमंत्री ने हराही, दिग्धी, गंगा सागर तालाब का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तीनों तालाबों को इंटर कनेक्ट करवाएं। ये तीनों तालाब आसपास ही स्थित है। इसके चारो तरफ सीढ़ीनुमा घाट का निर्माण कराएं ताकि सहूलियत पूर्वक लोगों की पहुंच पानी तक हो सके।
इसके पश्चात् दरभंगा के दोनार चौक स्थित रेलवे गुमटी पर जाम की समस्या के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने स्थल निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने दरभंगा जिला अंतर्गत राज्य उच्च पथ संख्या-56 पर दरभंगा-लहेरियासराय रेलवे स्टेशन के बीच लेबल क्रॉसिंग संख्या-25 एस०पी०एल० के बदले पहुंच पथ सहित आर०ओ०बी० का 134.67 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण के संबंध में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। दरभंगा जिला अंतर्गत राज्य उच्च पथ संख्या-75 पर मोहम्मदपुर-कमटौल रेलवे स्टेशन के बीच लेवल क्रॉसिंग संख्या-10 के बदले पहुंच पथ सहित 70 करोड़ रुपये की लागत से आर०ओ०बी० का निर्माण, प्रस्तावित बेनीपुर के क्षेत्राधीन अस्मा पुल (दरभंगा से कुशेश्वर स्थान) के पास पथ (एच०एच०-56) से धबोलिया (कुशेश्वर स्थान-फुलतोड़ा घाट पथ) तक बाइपास पथ, डी०एम०सी०एच० से आमस-दरभंगा भारतमाला परियोजना (अस् गांव के पास) तक एलिवेटेड रोड के निर्माण कार्य, प्रस्तावित एकमी घाट चौक से लहेरियासराय टावर होते हुए बेनता चौक तक एलिवेटेड रोड एवं दरभंगा-मोहम्मदपुर रेलवे स्टेशनों के बीच एल०सी० नंबर 2 एस०पी०एल० के बदले आरोपी पथ का निर्माण कार्य के संबंध में भी अधिकारियों ने मार्ग रेखन के माध्यम से मुख्यमंत्री को जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने दरभंगा के कर्पूरी चौक पर शहर की यातायात एवं जाम की समस्या के निदान हेतु विभिन्न पथों एवं फ्लाइओवर के निर्माण संबंधी मॉडल प्रस्ताव का अवलोकन किया। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल तक भ्रमण कर आवामन हेतु पथों की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने 9.56 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा जिला में नवनिर्मित वरीय पुलिस अधीक्षक का कार्यालय भवन एवं पुलिस केंद्र दरभंगा में प्रशासनिक भवन का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित वरीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय भवन का निरीक्षण कर आगंतुक कक्ष, डाक कोषांग आदि का जायजा लिया। वरीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर दरभंगा से मुख्यमंत्री ने 37.41 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा जिला में 200 महिला सिपाही बैरक, मॉडल थाना भवन फेकला, मॉडल थाना भवन तिलकेश्वर, मॉडल थाना भनव मोरो, मॉडल थाना भवन ललित नाराणय मिथिला विश्वविद्यालय एवं मॉडल थाना भवन बड़गांव सहित कुल 12 पुलिस भवनों का मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से शिलान्यास किया। जिला अतिथि गृह के समीप स्थापित भारत रत्न बाबा साहेब डॉ० भीमराव अंबेडकर की आदमकद प्रतिमा पर मुख्यमंत्री ने माल्यार्पण किया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री सह दरभंगा जिले के प्रभारी मंत्री श्री मंगल पांडे, समाज कल्याण मंत्री श्री मदन सहनी, पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री श्री हरी सहनी, सांसद श्री संजय कुमार झा, सांसद श्री गोपाल सिंह ठाकुर, विधायक श्री विनय कुमार चौधरी, विधायक श्री संजय सरावगी, विधायक श्री अमन भूषण हजारी, विधायक श्री जीवेश कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, विकास आयुक्त श्री प्रत्यय अमृत, समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव श्रीमती हरजोत कौर, अपर पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय श्री कुंदन कृष्णन, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव तथा पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री अभय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के अध्यक्ष श्री शीर्षत कपिल अशोक, दरभंगा प्रमंडल के आयुक्त श्री मनीष कुमार, पुलिस उप महानिरीक्षक, दरभंगा प्रक्षेत्र श्रीमती स्वपना एम०, पुलिस उप महानिरीक्षक, सुरक्षा श्री दीपक वर्णवाल, दरभंगा के जिलाधिकारी श्री राजीव रौशन, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री जगुनाथ रेड्डी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
2.जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के समीक्षा बैठक
दरभंगा/प्रगति यात्रा के दूसरे चरण में आज मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने दरभंगा जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में समीक्षात्मक बैठक की। दरभंगा समाहरणालय स्थित डॉ० भीवराव अंबेडकर सभागार में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में जिलाधिकारी ने पुष्प गुच्छ भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
समीक्षात्मक बैठक में दरभंगा जिला के जिलाधिकारी श्री राजीव रौशन ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दरभंगा जिले के विकासात्मक योजनाओं की प्रगति एवं उपलब्धि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेली मेडिसिन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इसके अलावा हर पंचायत में 10+2 विद्यालय, ग्राम पंचायत, नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज / परिमार्जन / परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली के तहत जीर्णोद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।
समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सबसे पहले आप सबका अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। यह खुशी की बात है कि जिलाधिकारी दरभंगा ने विस्तार से जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं की प्रगति से हम सभी को अवगत कराया है, जिसे जानना हम सभी को आवश्यक है। यहां उपस्थित सभी जन प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखी है। यहां उपस्थित संबंधित विभागों के अधिकारियों से मैं यही कहूंगा कि इनके क्षेत्र की समस्याओं का समाधान यथाशीघ्र कराएं। इसके अलावा और भी कहीं कोई समस्या है तो उसे चिह्नित कर सरकार को अवगत करायें, उसका निदान किया जाएगा। मैं आप सभी से यही आग्रह करूंगा कि 24 नवबंर 2005 से पहले का बिहार और वर्तमान बिहार की स्थिति से लोगों को अवगत कराएं। हमलोगों ने बिहार के हर क्षेत्र में विकास का काम कराकर बिहार की तस्वीर बदली है। आज हम दरभंगा जिले में कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखें हैं, लोगों से बातचीत भी की है। काफी अच्छा काम हो रहा है। बिहार के लोगों ने 24 नवंबर 2005 से हमलोगों को बिहार में काम करने का मौका दिया। तब से हमलोग निरंतर बिहार को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसके कारण प्रदेश में काफी बदलाव आया है।
राज्य में अमन चैन, भाईचारा और सद्भाव का माहौल कायम हुआ है। सभी क्षेत्रों और सभी वर्गों के लिए लगातार विकास का काम किया जा रहा है। वर्ष 2005 से पहले बिहार की हालत काफी खराब थी। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरते थे। अब लोग कभी भी कहीं भी अपनी जरूरत के अनुसार आते-जाते हैं। कहीं कोई डर-भय का वातवरण नहीं है। वर्ष 2005 से पहले बिहार के अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थीं। जब हम सांसद थे और क्षेत्र में घूमते थे तो उस समय रास्ता नहीं होने के कारण काफी पैदल चलना पड़ता था। सड़कें सुनसान रहती थी। पटना में भी भय का माहौल रहता था। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी। कुछ लोग अनाप-शनाप बयानबाजी करने में लगे रहते हैं। हमलोगों का काम करने में यकीन है। 24 नवंबर 2005 से हमलोग एक साथ मिलकर बिहार के विकास का काम करना शुरु किया। आज भी साथ हैं और पूरी मजबूती के साथ आगे भी एकजुट रहेंगे। 2005 के पहले प्रायः हिन्दू-मुस्लिम के बीच विवाद की खबरें मिलती थी। पहले बिहार में सड़कों की संख्या काफी कम थी और जो सड़कें थी उनकी स्थिति बदहाल थी। अब हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है। खेती के लिए भी कृषि फीडर के माध्यम से किसानों को सस्ते दर पर बिजली मुहैया कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 से हमलोगों ने कब्रिस्तानों की घेराबंदी शुरू कराई। अब तक 8 हजार से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी करा दी गई है। शेष कब्रिस्तानों की घेराबंदी का काम भी जल्द पूरा हो जाएगा। लोग वोट जिनको देना हैं दें, हमलोग समान भाव से सबकी सेवा कर रहे हैं। यह देखा गया कि हिन्दू मंदिरों से मूर्ति चोरी की घटनाएं हो रही हैं। इसको देखते हुए 60 वर्ष से अधिक पुराने मंदिरों की चहारदीवारी के निर्माण का काम शुरू कराया गया ताकि मंदिरों में चोरी की घटनाएं न हों। हमलोगों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पुल-पुलिया के निर्माण का काम बड़े पैमाने पर कराया है, जिसके कारण बिहार के किसी भी कोने से पहले 6 घंटे में लोग पटना पहुंचते थे, अब उसे घटाकर 5 घंटे किया गया है। इसके लिए बड़ी संख्या में हर स्तर पर सड़कों एवं पुल-पुलियों का निर्माण कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006-07 से हमलोगों ने सरकारी विद्यालयों में पढ़नेवाले बच्चों के लिए पोशाक योजना की शुरुआत कराई। उसके बाद वर्ष 2008 से 9वीं क्लास में पढ़नेवाली लड़कियों के लिए साइकिल योजना शुरू कराई गई। बच्चियां स्कूल से लौटने के बाद शाम में अपने माता-पिता को साइकिल बाजार भी ले जाती हैं। लड़कों की मांग पर वर्ष 2010 से लड़कों के लिए भी साइकिल योजना शुरू की गई। बड़े पैमाने पर सरकारी शिक्षकों एवं नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई। स्कूल भवनों का निर्माण कराकर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का प्रयास किया गया है। अब नियोजित शिक्षकों को परीक्षा के माध्यम से सरकारी मान्यता प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बिहार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में सिर्फ 39 मरीज इलाज कराने जाते थे। हमलोगों ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी विकास का काम कराया ताकि लोगों को इलाज में सुविधा मिले। अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 1 माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीज इलाज कराने पहुंच रहे हैं। पहले बिहार में सिर्फ 6 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे। अब उनकी संख्या बढ़कर 12 हो गई है। हमलोग हर जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित करा रहे हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के प्रधानमंत्रित्व काल में बिहार में पहला एम्स का निर्माण पटना में कराया गया। दरभंगा में दूसरे एम्स का निर्माण होनेवाला है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी यहां आकर देख चुके हैं। हमलोग दरंभगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की क्षमता को बढ़ाकर 2500 बेड का करानेवाले हैं। पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को 5400 बेड की क्षमता का बनाया जा रहा है। आई०जी०आई०एम०एस० पटना का भी विस्तार कराया जा रहा है। सात निश्चय योजना के माध्यम से वर्ष 2020 तक हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली एवं नाली का निर्माण, हर घर शौचालय, हर घर तक बिजली का कनेक्शन, हर टोले तक पक्की सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं लोगों तक पहुंचा दी गई हैं। इसके बाद जो भी नई बसावटें बनी हैं वहां इस साल विधानसभा चुनाव के पहले तक सात निश्चय योजना के तहत मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध करा दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, जिसके बाद अब तक 4 चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं चुनकर आई हैं। हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए हर प्रकार से काम किया है। वर्ष 2013 में पुलिस की बहाली में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया, जिसका नतीजा है कि बिहार पुलिस बल में महिलाओं की भागीदारी काफी बढ़ी है। आज बिहार पुलिस में महिलाओं की जितनी संख्या है उतना देश के किसी राज्य के पुलिस बल में नहीं है। वर्ष 2016 से हमलोगों ने सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण देना शुरू किया है। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या काफी कम थी। हमलोगों ने वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाने का काम शुरू किया। बिहार में अब स्वयं सहायता समूहों की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है जिनसे 1 करोड़ 31 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का नाम जीविका दीदी हमलोगों ने ही दिया है, जिससे प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने भी इसे अपनाया और उसका नाम आजीविका दिया। बिहार के शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूहों का गठन शुरू कराया गया है, जिनमें अब तक 26 हजार जीविका दीदियां जुड़ी हैं। स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं काफी अच्छा काम कर रही हैं। इससे परिवार की न सिर्फ आमदनी बढ़ी है बल्कि समाज में महिलाओं की इज्जत भी काफी बढ़ी है। हम जगह-जगह जाकर जीविका दीदियों के काम को देखते हैं, उनसे बात करते हैं और जो भी उनकी समस्याएं हैं उन्हें दूर किया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय योजना-2 के तहत हमलोगों ने 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, जिसे बढ़ाकर 12 लाख किया गया है। अब तक 9 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। इसके अलावा 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। अब तक 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है। वर्ष 2025 में 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरी तथा 34 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया जाएगा। हमलोगों ने मदरसों को सरकारी मान्यता प्रदान की है। अब सरकारी शिक्षकों के समान मदरसा शिक्षकों को भी वेतन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमलोगों ने सभी पार्टियों के साथ बैठक कर बिहार में जाति आधारित गणना कराने निर्णय लिया, जिसके बाद बिहार में जाति आधारित गणना कराई गई। जाति आधारित गणना में 94 लाख गरीब परिवारों को चिहिन्त किया गया है, जो हर जाति-धर्म से जुड़े हैं। ऐसे गरीब परिवारों को प्रति परिवार 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी संभव है हमलोग हर क्षेत्र के विकास के लिए काम करवा रहे हैं। हम लोगों की सेवा करते हैं और हमेशा राज्य के विकास के कार्यों में लगे रहते हैं। हमलोग किसी के साथ भेदभाव नहीं करते हैं। हम सब मिलकर बिहार की तरक्की के लिए काम करते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दरभंगा जिले में हर प्रकार से विकास का काम कराया गया है। दरभंगा जिले में भी इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पॉलिटेक्निक संस्थान, ए०एन०एम०-जी०एन०एम० संस्थान, सभी अनुमंडल में आई०टी०आई०, आवासीय विद्यालयों, छात्रावासों, तारामंडल, साइंस म्यूजियम, पुलों, पथों, एयरपोर्ट आदि निर्माण एवं हर क्षेत्र में विकास का काम कराया गया है। दरभंगा जिले में अब तक 81790 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है, जिनसे 5 लाख 10 हजार जीविका दीदीयां जुड़ी हैं। जीविका दीदियों के द्वारा दीदी की रसोई भी संचालित की जा रही है। आज हम यहां वृहद् आश्रय स्थल, पोखर, कस्तूरबागांधी आवासीय विद्यालय, दिल्ली मोड़ स्थित बस स्टैंड सहित अन्य कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखा है। लोगों की समस्याओं से अवगत हुए हैं। इन समस्याओं की यथाशीघ्र समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देशित भी किया है। इन सबके अलावा और कहीं कुछ कमियां हैं या समस्याएं हैं तो उनसे अवगत कराएं, उसका निराकरण किया जायेगा.
दरभंगा जिले में लोगों की मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणायें
दिल्ली मोड़, दरभंगा स्थित बस अड्डे को अंतर्राज्यीय बस पड़ाव के रूप में विकसित किया जायेगा। इससे दरभंगा हवाई अड्डा हेतु आसपास के जिलों से आने-जाने वाले यात्रियों के अलावा शोभन में प्रस्तावित एम्स के निर्माण के उपरांत इलाज हेतु आने वाले मरीजों को भी काफी सुविधा होगी।
>
दरभंगा स्थित गंगासागर, हड़ाही एवं दिग्धी तालाब का सौंदर्गीकरण तथा तीनों तालाबों का एकीकृत कर विकास किया जायेगा। इससे बड़ी आबादी को नागरिक सुविधा उपलब्ध होगी।
मैंने दरभंगा शहर के दोनार चौक के पास आर०ओ०बी० निर्माण के स्थल का निरीक्षण किया है। अधिकारियों को निदेश दिया गया है कि इसका निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करायें।
दरभंगा शहर के दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डी०एम०सी०एच०) तक दरभंगा-आमस हाईवे से एलिवेटेड रोड की सम्पर्कता प्रदान की जायेगी। इससे डी०एम०सी०एच० जाने वाले लोग शहर में प्रवेश किये बिना ही सीधे डी०एम०सी०एच० पहुँच जायेंगे जिससे शहर में जाम की समस्या नहीं होगी।
एकमी चौक से लहेरियासराय टावर एवं कर्पूरी चौक होते हुए स्टेशन तक सड़क का चौड़ीकरण एवं आवश्यकतानुसार एलिवेटेड सड़क का निर्माण किया जायेगा। इससे जाम की समस्या से निजात मिलेगी।
शोभन बाईपास जिस पर प्रस्तावित एम्स का निर्माण हो रहा है को 4 लेन पथ के रूप में विकसित किया जायेगा। इससे एम्स आने-जाने वाले पथ में जाम की समस्या नहीं रहेगी।
बाबा कुशेश्वरस्थान का सौंदर्गीकरण एवं विकास किया जायेगा। इससे यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना, स्नान, ठहराव आदि में सहूलियत होगी जिससे पर्यटक स्थल के रूप में इस स्थान को बढ़ावा मिलेगा।
A मिथिला शोध संस्थान का आधुनिकीकरण एवं संरक्षण का कार्य कराया जायेगा। इससे मिथिला संस्कृति एवं भाषा को बढ़ावा मिलेगा।
असमा पुल (कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड) के पास से एस०एच०-56 तक बाईपास का निर्माण किया जायेगा। इससे कुशेश्वरस्थान बाजार में जाम की समस्या से निजात मिलेगी तथा श्रद्धालुओं को आने-जाने में सुविधा होगी।
समीक्षा बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री सह दरभंगा जिले के प्रभारी मंत्री श्री मंगल पांडे, समाज कल्याण मंत्री श्री मदन सहनी, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण मंत्री श्री हरी सहनी, सांसद श्री संजय कुमार झा, सांसद श्री गोपाल सिंह ठाकुर, विधायक श्री विनय कुमार चौधरी, विधायक श्री संजय सरावगी, विधायक श्री अमन भूषण हजारी, विधायक श्री जीवेश कुमार, विधायक श्री मुरारी मोहन झा, विधायक श्री रामचंद्र प्रसाद, विधायक श्री ललित कुमार यादव, विधायक श्री मिश्री लाल यादव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार, विकास आयुक्त श्री प्रत्यय अमृत, अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय श्री कुंदन कृष्णन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री कुमार रवि, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव/ प्रधान सचिव/सचिव, दरभंगा
प्रमंडल के आयुक्त श्री मनीष कुमार, पुलिस उप महानिरीक्षक दरभंगा श्रीमती स्वपना एम, पुलिस उप महानिरीक्षक सुरक्षा श्री दीपक वर्णवाल, जिलाधिकारी श्री राजीव रौशन, वरीय पुलिस अधीक्षक श्री जगुनाथ रेड्डी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी उपस्थित थे।