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चरित्र निर्माण करना शिक्षक का महत्वपूर्ण कार्य : जीवेश (पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक)

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दरभंगा/देश का निर्माण शिक्षक के कार्यों से होता है क्योंकि इसके माध्यम से चरित्र का निर्माण होता है और यह चरित्र देश के निर्माण में सहायक होता है। छात्रों में चरित्र निर्माण करने से पूर्व यह आवश्यक है कि शिक्षक को भी चरित्रवान होना चाहिए ।

उक्त बातें पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय जाले पश्चिमी में आयोजित विद्यालय प्रबंध कार्यकारिणी समिति की बैठक में कहा।

IMG 20241226 WA0007 चरित्र निर्माण करना शिक्षक का महत्वपूर्ण कार्य : जीवेश (पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक)उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता के लिए आवश्यक है कि छात्र अभिभावक बैठक नियमित रूप से किया जाए।इस बैठक के माध्यम से समाज के लोग शिक्षा एवं शिक्षक के महत्व को समझते हैं ।छात्रों के विकास में वर्ग शिक्षक महत्वपूर्ण होते हैं। शिक्षक को चाहिए कि वह छात्रों को अपने बच्चों की तरह व्यवहार करें। शिक्षक सबसे पहले नियमित रूप से कार्य के लिए डायरी लिखना प्रारंभ करें ।डायरी लिखना एक महत्वपूर्ण कार्य है उसके माध्यम से जीवन व्यवस्थित होते हैं और दुनिया में व्यवस्थित व्यक्ति ही सफल होते है ।शिक्षक को चाहिए कि छात्रों के साथ अभिभावकों की भी सूची बनाएं और समय-समय पर अभिभावकों से भी संपर्क स्थापित करते रहे। शिक्षक जब छात्रों में चरित्र का निर्माण करते हैं तो शत्रु के साथ-साथ असामाजिक तत्व भी उनका आदर करते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान बिहार सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी शिक्षा के विकास पर ध्यान दे रही है । विद्यालय के आधारभूत संरचना का विकास आवश्यक है। उन्होंने प्रभारी प्रधानाध्यापक शैलेंद्र ठाकुर को कहा कि आधारभूत संरचना के विकास के लिए विकास कोष की राशि से विद्यालय का विकास करें । छात्रों को नैतिक शिक्षा अवश्य दें। इस नैतिक शिक्षा से छात्र अनुशासित होते हैं। श्री जीवेश ने बैठक के बाद पुस्तकालय और कंप्यूटर लैब का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के क्रम में उन्होंने आठवां के छात्रों को गणित और विज्ञान की जानकारी प्रदान की।इस बैठक में जाले प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रमोद ठाकुर ,प्रभारी प्रधानाध्यापक शैलेंद्र ठाकुर, शिक्षक श्रवण मिश्रा ,संजय कुमार ,राजेश कुमार ,पप्पू कुमार, दीपक कुमार, दिवाकर कुमार ,मणिकांत सिंह, संजय कुमार, भवन कुमार चौधरी, रश्मि कुमारी, महिमा कुमारी ,भारती कुमारी, मोहम्मद मुबारक अली ,शालिनी कुमारी, विपिन कुमार ,मोहम्मद निशांत अहमद, सुमन कुमारी, दीपिका कुमारी, रमेश कुमार झा, रूबी कुमारी इत्यादि शिक्षक एवं शिक्षिका उपस्थित थे।