समतामूलक एवं समरस समाज के निर्माण में देवमुनि सिंह यादव की महत्वपूर्ण योगदान
बिहटा /समाजिक न्याय के क्रांतिकारी एवं प्रखर समाजवादी नेता स्व देवमुनि सिंह यादव का प्रथम पुण्यतिथि सद्भावना दिवस के रुप से मनाई गई। समाजवादी नेता का जन्म 1960 ई पटना जिला मनेर प्रखंड के छिहत्तर गांव में हुआ था।
परिवारिक पृष्ठभूमि से नेता किसान थे लेकिन पढ़ाई के दौरान जेपी के छात्र आन्दोलन से निकल कर राजनीति के शिखर का रास्ता तय किया और किसानों, कार्यकार्ताओ, एवं आमलोगों के प्रति अपने लगाव व प्रेम के कारण वह आम जनमानस में छा ही नहीं गये वल्कि सभी के दिलों दिमाग में रस-वस गये। जिसका कारण यह है कि उनका कार्यकर्ताओं, समाज के प्रति बहुमूल्य योगदान, सरल विचार और समाजवादी चिंतन लोगों से प्रति संवेदना है जो कार्यकर्ताओ , राजनीतिक, सामाजिक, दलित पिछड़े, एवं शोषित वर्ग उनका ऋणी है। उनके कार्य, विचार,सरल भाषा -शैली,रहन – सहन,ढोस निर्णय लेने की क्षमताओं एवं विनम्र स्वभाव आदि उनका राजनीतिक में कोई तोड़ नहीं है वैसे महान् विभूति, राजनीतिक चिंतक , समाजिक विचारधारा के मजबूत स्तम्भ के रूप में याद किए जायेंगे। वे श्र1974 से राजनीतिक सुर्खियों में रहें वे लम्बे समय से पटना जिला राजद अध्यक्ष, के पद को सुशोभित किया साथ ही संप्रग की सरकार में केन्द्रीय रेल यात्री सुख सुविधा समिति के सदस्य बने फिर महागठबंधन की सरकार में बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य पद को सुशोभित किया और पद रहते हुए 30 नवंबर 2023 को स्वर्गवास हो गये। उन्होंने जेपी आंदोलन से निकल कर राजनीति के सभी विद्याओं में अपनें आपको अव्वल साबित करने में सफल रहे।
उन्होंने समाज में सभी के बराबरी का हक़ मिलें इसके लिए अपना जीवन सर्वस्व न्यौछावर करने में पिछे नहीं हटे। उनके द्बारा किये गये कार्य समाज में बेमिसाल व कृतिमान है श्रीकृष्ण सेवा न्यास परिषद बिहटा पटना के अध्यक्ष रंजय कुमार यादव ने उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि समाजवादी सह जेपी सेनानी स्व यादव राजनीतिक सुखियो में रहते हुए अभावग्रस्त जीवन में भी लाचार, गरीबो , शोषितों को सहायता करते रहे। जिससे समतामूलक एवं समरस समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे।उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को याद कर बताये मार्ग पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उपस्थित लोगों में महासचिव राजकुमार यादव, विरेंद्र कुमार सिंह ,संकेश कुमार, राम प्रयाग सिंह, सहित भारी संख्या में लोग मौजूद थे।