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एपीएसएम कॉलेज बरौनी की एनएसएस इकाई द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर छठें दिन जारी

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दरभंगा/एपीएसएम कॉलेज, बरौनी, बेगूसराय की एनएसएस इकाई के तत्वावधान में चल रहे विशेष शिविर के छठें दिन के प्रथम सत्र में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के राष्ट्रीय सेवा योजना कोषांग के समन्वयक डॉ आर एन चौरसिया के विशेष व्याख्यान “राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम विशेष शिविर की गतिविधियां” विषय पर ऑनलाइन मोड से शुरू हुआ। डॉ आर एन चौरसिया का स्वागत कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो रामागर प्रसाद के द्वारा किया गया तथा लक्ष्य गीत स्तुति कुमारी, मुस्कान कुमारी, अमीषा कुमारी एवं गुड़िया कुमारी ने प्रस्तुत किया।कार्यक्रम के प्रारंभ में गत 22 अक्टूबर से प्रारंभ विशेष शिविर के विभिन्न गतिविधियों के बारे में राज कुमार, स्तुति कुमारी और राजू कुमार के द्वारा फीडबैक प्रस्तुत किया गया। तदोपरांत बेगूसराय जिला के नोडल पदाधिकारी डॉ सहर अफरोज के द्वारा विशेष शिविर के स्वयंसेवकों को संबोधित किया गया। उन्होंने विशेष शिविर के कार्यक्रमों, स्वयंसेवकों एवं कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो रामागर प्रसाद के कार्यों की प्रशंसा की और नोडल ऑफिसर होने के नाते सभी स्वयंसेवकों को सामाजिक कार्यों में अधिक से अधिक सहभागिता के लिए प्रेरित किए।

अपने व्याख्यान में मुख्य अतिथि डॉ आर एन चौरसिया ने अयोध्या प्रसाद सिंह स्मारक महाविद्यालय, बरौनी की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के विशेष शिविर के कार्यों के प्रति संतोष व्यक्त करते हुए एनएसएस के नियमित एवं विशेष शिविर के विभिन्न कार्यक्रमों की विस्तृत चर्चा की। नियमित गतिविधि एवं विशेष शिविर एक- दूसरे के पूरक एवं अन्योन्याश्रित हैं। उन्होंने बताया कि समाज के सारे कार्यों का निष्पादन केवल सरकारी महकमे के द्वारा संभव नहीं है। विशेष शिविर स्वयंसेवकों का कैंपस तू कम्युनिटी की यात्रा है, जिसके द्वारा सामाजिक व्यक्तियों के उत्थान के साथ ही स्वयंसेवकों के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आता है जो उन्हें पूरे उम्र तक प्रेरित एवं मार्ग दर्शित करता रहता है। सामाजिक बुराइयों जैसे छुआ – छूत, उच्च- नीच, गरीब- अमीर, दहेज प्रथा , धार्मिक आडम्बर एवं पाखंड आदि को दूर करने में युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। युवाओं के सहयोग से ही सामाजिक परिवर्तन और देश का सर्वांगीण विकास किया जा सकता है। समाज और देश के विकास की जिम्मेवारी वास्तव में युवाओं के कंधों पर ही होती है। स्वयंसेवकों में स्तुति कुमारी और राजू कुमार ने राष्ट्रीय सेवा योजना से संबंधित प्रश्न किए। स्तुति कुमारी ने पूछा कि आखिर राष्ट्रीय सेवा योजना लाने की जरूरत क्यों पड़ी? जवाब में डॉ आर एन चौरसिया ने बताया कि किसी भी समाज और देश के विकास में युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है। युवा अपनी प्रतिभा, कड़ी मेहनत, लगन, चरित्र आदि से देश का सर्वांगीण विकास करते हैं। देश को 2047 ईस्वी तक एक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना युवाओं के सहयोग के बिना संभव नहीं है। भारत युवाओं का देश है और देश का विकास युवाओं के कंधों पर है। वहीं राजू कुमार ने एनएसएस पुरस्कार के बारे में जानकारी ली। एनएसएस में कौन- कौन से अवॉर्ड होते हैं? इस प्रश्न के जवाब में डॉ चौरसिया ने बताया कि एनएसएस पुरस्कार इंदिरा गांधी अवार्ड राष्ट्रीय युवा पुरस्कार राष्ट्रीय स्तर पर, प्रांतीय स्तर पर, स्थानीय स्तर पर विभिन्न पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों आदि के द्वारा स्वयंसेवकों को प्रदान किया जाता है। दूसरे सत्र में स्वच्छता अभियान पर कार्यक्रम पदाधिकारी के नेतृत्व में रैली निकाली गई। हाजीपुर गांव के चार चौराहों पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। नुक्कड़ नाटक में स्तुति, गुड़िया, अमीषा, आशीष, राजकुमार, सचिन खुशी, मुस्कान, स्नेहा, रूबी, छोटी आदि ने भाग लिया। रैली में विकास कुमार पूर्व स्वयंसेवक का महत्वपूर्ण योगदान रहा। मौके पर राज कुमार, विकास, खुशी, सेजल, रूबी, निधि, करिश्मा, रूपम, हिमांशु, बब्बू, आशीष, स्नेहा, रुचि, अमीषा, गुड़िया, प्रेरित, रौशन, रिमझिम, शामली, करिश्मा, गुड्डू, राजू, राधेश्याम, अनुकेश, डॉली, मीनाक्षी, मनीषा, सोनू, छोटी, राजकुमार, सचिन, मनीषा, रंजन आदि स्वयंसेवक उपस्थित थे।