नेपाल में लगातार हो रही बारिश से उत्तरी बिहार में बाढ़ का कहर
नेपाल में लगातार हो रही बारिश से उत्तरी बिहार में बाढ़ का कहर उत्पन्न हो गए हैं।पड़ोसी देश में भी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही हुई है।जानकारी के अनुसार नेपाल में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
नेपाल के कई हिस्सों में गुरुवार से ही भारी बारिश हो रही है। इधर, बिहार में भी गंड़क, कोशी, बागमती समेत अ्य नदियां उफान पर हैं. बिहार के आपदा विभाग के अनुसार गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने से बिहार के 13 जिले बाढ़ग्रस्त हुए हैं।
20 प्रखंडों की 140 पंचायतों के गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है. करीब 1.41 लाख आबादी बाढ़ग्रस्त हुई है
नेपाल पुलिस के अधिकारी ने बताया कि लगातार बारिश के कारण नेपाल में अब तक 112 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से 34 की मौत काठमांडू घाटी में हुई है।
उन्होंने बताया कि बाढ़ में 60 लोग घायल भी हुए हैं। जबकि दर्जनों लोग लापता हैं। खबर के मुताबिक बाढ़ से निबटने को लेकर नेपाल के बचाव अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।सरकार ने नेपाल में सभी स्कूलों को तीन दिन के लिए बंद करने तथा सभी परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्णय लिया है।
बिहार सरकार संभावित बाढ़ के खतरे को लेकर अर्लट है। जलसंसाधन विभाग ने बताया है कि संवेदनशील व अति संवेदनशील स्थलों के पर्यवेक्षण के लिए 45 कनीय अभियंता, 25 सहायक अभियंता, 17 कार्यपालक अभियंता व 3 अधीक्षण अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति की गई है। गंडक-कोसी में जलस्तर बढ़ने से गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि की आशंका है।गंगा नदी पटना में दो दिन पहले ही खतरे के निशान से नीचे आई है, लेकिन भागलपुर से फरक्का तक नदी का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है. फरक्का में भी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर है.कटिहार में महानंदा नदी का जलस्तर पिछले 18 घंटे में करीब 60 सेंटीमीटर से अधिक बढ़ा है। कोसी नदी में जलस्तर में वृद्धि को लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. कोसी बराज के सभी फाटक खोल दिए गए हैं. बराज पर भी पानी चढ़ गया है,लिहाजा आवागमन को बंद कर दिया गया है।

