पुरे जोश और पारंपरिक पूजन विधि से खुला माँ दुर्गा का पट
सेंट्रल डेस्क
पटना/बिहार दुर्गा पूजा के नौ दिवसीय अनुष्ठान पर्व शारदीय नवरात्र का आज सबसे खास दिन है। सप्तमी तिथि में मां दुर्गा के प्रतिमाओं के पट खुलने शुरू हो गए हैं। इसी के साथ पटना में दुर्गा पूजा मेला शुरू हो गया है। लोग पंडालों में जाकर मां की प्रतिमाओं के दर्शन कर रहे हैं।

पटना के बंगाली अखाड़ा सहित कुछ पूजा पंडालों में प्रतिमाओं के पट शनिवार को यानी षष्ठी तिथि में ही खुल गए थे। शारदीय नवरात्र के नौ दिनों के अंतर्गत मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरुपों की पूजा की जा रही है। शनिवार को षष्ठी तिथि के साथ ज्येष्ठा नक्षत्र व आयुष्मान योग में देवी के षष्ठम स्वरूप में के बंगाली अखाड़ा सहित कुछ पूजा पंडालों में प्रतिमाओं के पट शनिवार को यानी षष्ठी तिथि में ही खुल गए थे। शारदीय नवरात्र के नौ दिनों के अंतर्गत मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरुपों की पूजा की जा रही है।

देवी को प्रसन्न करने में श्रद्धालु पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने में लगे हैं। ज्योतिष आचार्य राकेश झा ने बताया कि रविवार को सप्तमी तिथि, मूल नक्षत्र एवं सौभाग्य योग में सभी पूजा पंडालों, मंदिरों एवं घरों में स्थापित माता जगत जननी का विधि-विधान से पूजा करने के बाद वेदोक्त मंत्रोचार के साथ माता के पट खुल जाएंगे। रविवार को देवी के सातवें स्वरूप माता कालरात्रि की पूजा भी होगी सप्तमी तिथि शाम 06:22 बजे तक है । पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 07:42 बजे से दोपहर 11:39 बजे तक फिर 01:08 बजे 02:36 बजे तक है । इसी समय के अंतराल में माता का पट खुलेगा। श्रद्धालुओं को माता जगदम्बा का दिव्य दर्शन सुबह से ही होने लगा है। पत्रिका प्रवेश की पूजा एवं मध्यरात्रि में अष्टमी तिथि हो जाने महानिशा पूजा भी आज ही होगी।